मॉस्को: भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी गतिरोध के बीच दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच हुई मीटिंग में पांच सूत्रीय कार्यक्रम पर सहमति बनी है जिससे एलएसी पर तनाव को कम किया जा सके दोनों देशों के बीच एकबार फिर विश्वास बहाल हो सके।
दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई कि अहसमतियों को विवाद में बदलने नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही दोनों ही देशों ने यह बात भी मानी के बॉर्डर पर मौजूदा हालात किसी के भी हित में नहीं है। साथ ही दोनों ने इस बात पर भी सहमति जताई कि सीमा पर दोनों ही देशों के सैनिक एक दूसरे से बातचीत करें जल्द ही डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो और दोनों एक दूसरे से प्रॉपर डिस्टेंस मेंटेन करें ताकि तनाव कम हो सके।
दोनों देशों ने इस बात पर भी अपनी सहमति जताई कि दोनों दोनों देशों के बीच में हुए तमाम एग्रीमेंट का पालन करेंगे और बॉर्डर पर शांति और सौहार्द बनाने के लिए और आगे मामला ना बढ़े उसके लिए कदम उठाएंगे। दोनों देशों ने इस बात पर भी सहमति जताई कि बातचीत के लिए स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव मेकैनिज्म और WMCC की मीटिंग जारी रहनी चाहिए।
इसके साथ ही दोनों देशों ने इस बात पर भी सहमति जताई के जैसे ही बॉर्डर पर हालात सामान्य होते हैं दोनों देशों को विश्वास बहाली के उपायों पर काम करना होगा।
पांच सूत्रीय फॉर्मूला
- सैनिकों के डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो, प्रॉपर डिस्टेंस मेंटेन करें
- दोनों देशों के बीच हुए तमाम समझौतों का पालन किया जाए
- बॉर्डर पर शांति और सौहार्द बनाने के लिए कदम उठाएंगे
- अहसमतियों को विवाद में बदलने नहीं दिया जाएगा
- स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव मेकैनिज्म और WMCC की मीटिंग जारी रहनी चाहिए
Latest World News