प्योंगयांग: एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी रहे उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेताओं ने गुरुवार को दोनों देशों के संबंधों में मिठास की एक नई उम्मीद जगा दी। दोनों ही देशों के नेताओं ने अपने सम्मेलन के आखिरी दिन गुरुवार को खूबसूरत ज्वालामुखी की चोटी पर खड़े होकर एक दूसरे से हाथ मिलाया। इस ज्वालामुखी को उत्तर कोरिया में पवित्र माना जाता है। दोनों नेता उत्तर कोरिया-चीन की सीमा पर स्थित पहाड़ी तक गए और तस्वीरें खिंचवाई। दोनों ही देशों के नेता इन तस्वीरों में मुस्कुराते हुए दिखाई दिए।
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन गुरूवार को अलग-अलग वायु मार्ग से पेकतु पर्वत के पास एक हवाई अड्डा पहुंचे। वहां दोनों नेताओं की मुलाकात हुयी और उसके बाद वे चोटी पर गए। तस्वीरों में दोनों नेता मुस्कुरा रहे थे। उनके साथ उनकी पत्नियां भी मौजूद थीं। वे लोग पास में स्थित एक झील तक भी गए। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही दोनों देशों ने कई समझौते किए। कहा जा रहा है कि ये समझौते शांति की दिशा में अहम कदम हैं।
इस बीच उत्तर कोरिया विरोधी करीब 100 प्रदर्शनकारियों ने मध्य सोल में शिखर सम्मेलन के खिलाफ रैली की। उन्होंने दोनों देशों के नेताओं की बैठक का भी विरोध किया और कहा कि इस सम्मेलन से किम जोंग उन को फायदा होगा। अपने पहले के दो सम्मेलनों की अस्पष्ट भाषा की अपेक्षा इस बार प्रतीत होता है कि किम और मून एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम पर सहमत हुए हैं जिसका मकसद सालों से कायम तनाव से निपटना है।
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