पेशावर। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने शुक्रवार को कहा कि इस हफ्ते की शुरुआत में प्रांत में जिस मंदिर में भीड़ ने तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी थी, का प्रांतीय सरकार पुनर्निर्माण कराएगी। उन्होंने यहां एक समारोह में कहा कि सरकार ने मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए आदेश जारी कर दिये हैं। बता दें कि, बुधवार को लोगों की भीड़ ने मंदिर में तोड़फोड़ की थी। वे इसके विस्तार कार्य का विरोध कर रहे थे। करक जिले के टेरी गांव में मंदिर पर हुए हमले की मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और हिंदू समुदाय के नेताओं ने कड़ी निंदा की है।
खान ने प्रांत में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा करने का संकल्प लेते हुए कहा कि पुलिस ने मंदिर पर हुए हमले में संलिप्त रहने के संदेह में कई लोगों को गिरफ्तार किया है। हमले के सिलसिले में 45 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से ज्यादातर लोग एक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी के सदस्य हैं। जमीयत उलेमा ए इस्लाम के नेता रहमत सलाम खट्टक को भी गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को खान के विशेष सूचना सहायक एवं प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता कामरान बंगश ने कहा था कि प्रांत की सरकार ने अधिकारियों को क्षतिग्रस्त मंदिर का पुनर्निर्माण करने का आदेश दिया है। इस बीच, अल्पसंख्यकों के अधिकारों से संबद्ध एक आयोग ने घटनास्थल का दौरा किया है।
आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय शांति समिति के सदस्यों और हिंदू समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की तथा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा की। मुख्यमंत्री खान ने आयोग को भरोसा दिलाया कि घटना में संलिप्त दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पेशावर हिंदू समुदाय के नेता सरब दियाल ने बताया कि एक हिंदू धर्म गुरु की समाधि मंदिर परिसर में स्थित है और हिंदू समुदाय के लोग हर बृहस्पतिवार समाधि पर जाते हैं। श्री परमहंस जी महाराज की समाधि को हिंदू समुदाय पवित्र मानते हैं। करक जिले के टेरी गांव में 1919 में उनके निधन के बाद इसे बनाया गया था। समाधि को लेकर कई साल पहले एक विवाद शुरू हो गया था।
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