इराक: बसरा में हो रहे प्रदर्शनों में अब तक 12 की जान गई, एयरपोर्ट पर हुआ रॉकेट्स से हमला
इराक के दक्षिणी शहर बसरा में बीते कई दिनों से जारी प्रदर्शनों में कम से कम 12 लोगों की जान जा चुकी है।
बसरा: इराक के दक्षिणी शहर बसरा में बीते कई दिनों से जारी प्रदर्शनों में कम से कम 12 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, शहर के एयरपोर्ट पर शनिवार की सुबह अज्ञात हमलावरों ने 3 कात्युशा रॉकेट दागे। इराकी स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को मृतकों की संख्या की जानकारी दी। पानी एवं बिजली की कमी तथा भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने ईरान के वाणिज्य दूतावास, कई सरकारी इमारतों और राजनीतिक दलों के कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया। लोगों का गुस्सा तब भड़का जब बसरा में प्रदूषित पानी पीने से 30 हजार लोग बीमार हो गए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार से अब तक 12 लोग मारे जा चुके हैं और लगभग 50 लोग, जिनमें 48 आम लोग तथा दो पुलिसकर्मी, घायल हुए हैं। बसरा में चिकित्सा सूत्रों ने कहा कि 2 लोग शुक्रवार की रात मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि रातभर चली अफरातफरी के बाद शनिवार की सुबह अज्ञात हमलावरों ने बसरा एयरपोर्ट पर 3 कात्युशा रॉकेट दागे जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास भी स्थित है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि हमला किसने किया। हमला स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 8 बजे हुआ। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ और न ही उड़ानों पर असर पड़ा।
अधिकारियों ने कहा कि हमले की अब तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। इससे कुछ घंटे पहले ईरान विरोधी नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने ईरानी वाणिज्य दूतावास पर धावा बोल दिया और अंदर घुसकर इसमें आग लगा दी। उन्होंने एक ईरानी झंडे को भी जला दिया और ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनी की एक तस्वीर को पैरों तले रौंद दिया। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम गासेमी ने हमले की निन्दा की। उन्होंने कहा कि वाणिज्य दूतावास की इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने हमलावरों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
अमेरिकी सरकार ने भी हमले की निन्दा की और एक बयान में ईरान का नाम लिए बिना कहा कि अमेरिका बसरा में शनिवार को हुई घटना सहित राजनयिकों पर हमले की आलोचना करता है। प्रदर्शनकारियों ने ईरान समर्थित असाइब अहल अल हक शिया मिलिशिया के मुख्यालय को जलाने की कोशिश की जहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने गोली चलाई। आक्रोशित प्रदर्शनकारी शिया सुरक्षाकर्मियों की पहरेदारी वाले राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़े और वहां घुसने की कोशिश की। एक स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार सुरक्षाकर्मियों की 3 कार प्रदर्शनकारियों के बीच घुस गईं जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। अन्य प्रदर्शनकारियों ने सड़कों और राजमार्गों पर टायर जलाए और कर्फ्यू का उल्लंघन किया।