नई दिल्ली। भारत में चीन में बने सामान के बहिष्कार को लेकर जो अभियान चला हुआ है उससे ऐसा लग रहा है कि चीन हिलने लगा है और अपनी अखबार के जरिए भारत को कह रहा है कि इस अभियान से कुछ नहीं होने वाला। चीन की एक अखबार ने दावा किया है कि चीन में बना सामान भारतीयों के जीवन का हिस्सा बन चुका है और इसे हटाना मुश्किल होगा। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि भारत में चीनी सामान के बहिष्कार का जो अभियान चला हुआ है वह फेल हो जाएगा क्योंकि भारतीयों को चीन में बने सामान को अपने जीवन से हटाना कठिन होगा। लद्दाख से सटे बॉर्डर पर चीन की चालाकी का जबाव देने के लिए देशभर में चीन में बने सामान का बहिष्कार हो रहा है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने विश्लेषकों के बयान का हवाला देते हुए यह खबर छापी है।
ग्लोबल टाइम्स में लिखे गए लेख में कहा गया है कि भारत में राष्ट्वादी भारतीयों ने चीन के खिलाफ भावनाओं को भड़काया है। शंघाई इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के एक रिसर्च फेलो का बयान छापते हुए चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर बढ़ा तनाव ज्यादा संवेदनशील नहीं है लेकिन भारतीय मीडिया और भारत में राष्ट्रवादी लोग चीन को बदनाम कर रहे हैं।
चीन के सरकारी अखबार में छपी खबर में यह भी कहा गया है कि चीन के सामान के बहिष्कार का जो अभियान भारत मे चला हुआ है उससे भारतीयों पर ज्यादा बोझ पड़ेगा क्योंकि चीन का सामान कम कीमत पर पड़ता है और ग्राहकों की पसंद होता है।
चीन के सरकारी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बिकने वाले स्मार्टफोन के 72 प्रतिशत ब्रांड चीनी हैं और भारत में स्मार्ट टीवी की 45 प्रतिशत मार्केट पर चीनी कंपनियों का कब्जा है और अन्य स्मार्ट टीवी 20-25 प्रतिशत महंगे हैं।
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