खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों की वतन वापसी 15 मई के बाद संभव, UAE साउदी और बहरीन दूतावासों में प्रक्रिया जारी
खाड़ी के देशों में स्थित भारतीय दूतावासों ने वहां रह रहे लोगों की देश वापसी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी।
कोरोना संकट के चलते खाड़ी देशों में फंसे लाखों भारतीय जल्द ही वतन वापस आ सकते हैं। खाड़ी के देशों में स्थित भारतीय दूतावासों ने वहां रह रहे लोगों की देश वापसी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी। माना जा रहा है कि 15 मई के बाद भारतीयों की वतन वापसी शुरू हो सकती है। साउदी अरब और यूएई जैसे बड़े देशों के अलावा बहरीन में बसे भारतीयों के लिए वहां स्थित भारतीय दूतावासों ने व्यवस्था शुरू की है। सूत्रों के अनुसार भारतीय नौ सेना और वायुसेना को भी इसके लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। बता दें कि खाड़ी देशों में भारत से गए लोगों की एक बड़ी जनसंख्या है। लेकिन आर्थिक गतिविधियां ठप होने की वजह से वहां बसे लोगों पर आमदनी का संकट पैदा हो गया है।
यूएई की राजधानी आबुधाबी स्थित भारतीय दूतावास और दुबई स्थित कॉन्सुलेट ने वहां बसे भारतीयों की वापसी का डाटा एकत्र करने के लिए एक फॉर्म जारी किया है। जिसमें उन भारतीयों से उनकी जानकारी मांगी गई है जो भारत वापस जाना चाहते हैं। इसके लिए आबुधाबी एंबेसी और दुबई कॉन्सुलेट पर संपर्क किया जा सकता है। दूतावास के अनुसार परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग अलग फॉर्म भरना होगा। यूएई की तरह ही बहरीन और साउदी अरब की राजधानी रियाध स्थित दूतावास ने भी डाटा तैयार करने के लिए फार्म जारी किया है।
सरकार ने राज्यों से ली जानकारी
खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से उनकी तैयारियों के लिए भी बातचीत की है। क्योंकि जो भारतीय वापस लौटेंगे उनकी व्यवस्था संबंधित राज्यों का ही करनी होगी। बता दें कि दुनिया में किसी अन्य देश के मुकाबले सबसे ज्यादा भारतीय खाड़ी देशों में रहते हैं। इनमें से अधिकतर मजदूर हैं जो लॉकडाउन के चलते वहां फंस गए हैं।