बीजिंग. चीन ने मंगलवार को कहा कि कालापानी सीमा का मुद्दा भारत और नेपाल के बीच का है और उम्मीद जतायी कि दोनों पड़ोसी देश ‘‘एकतरफा कदम उठाने’’ से परहेज करेंगे और मैत्रीपूर्ण ढंग से अपने विवाद को सुलझाएंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की। वह सीमा को लेकर भारत-नेपाल के बीच गतिरोध और भारतीय सेना प्रमुख एम एम नरवणे की टिप्पणी को लेकर पूछे गए सवाल पर जवाब दे रहे थे।
नरवणे ने कहा था कि नेपाल ‘‘किसी अन्य के इशारे’’ पर भारत द्वारा नवनिर्मित सड़क पर आपत्ति प्रकट कर रहा है। लिजिआन ने कहा, ‘‘कालापानी नेपाल और भारत के बीच का मुद्दा है और हमें उम्मीद है कि दोनों देश मैत्रीपूर्ण ढंग से अपने विवाद को सुलझाएंगे।’’ लिजिआन ने यह भी कहा कि नेपाल और भारत को ‘‘स्थिति को जटिल बनाने वाले एकतरफा कदम उठाने से परहेज करना चाहिए।’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल में उत्तराखंड में चीन के साथ लगी सीमा के पास रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण 80 किलोमीटर सड़क को खोला था। नेपाल ने सड़क को खोले जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि एकतरफा कदम सीमाई मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच बनी सहमति के खिलाफ है।
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