बीजिंग. लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच अभी भी तनाव जारी है। पिछले साल गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे और चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों ने अपने जान गंवाए थे, हालांकि इस झड़प के लंबे समय बाद इस साल फरवरी में चीन ने गलवान में मारे गए अपने सैनिकों के बारे में कोई संख्या बताई थी। चीन ने मारे गए सैनिकों की संख्या को छिपाते हुए महज 4 जवानों की मौत की बात कही थी, जिसको लेकर चीन के ही ब्लॉगर Qiu Ziming ने सवाल उठाए। अब चीन ने अपने इस ब्लॉगर को 8 महीने के लिए कैद की सजा सुना दी है।
चीनी सरकार के दावों पर सवाल करने वाले Qiu Ziming से बौलखाकर ड्रैगन ने उनसे "नकारात्मक प्रभाव को खत्म करने" के लिए 10 दिनों के भीतर प्रमुख घरेलू पोर्टलों और राष्ट्रीय मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को भी कहा है। आपको बता दें कि Qiu Ziming चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Weibo पर (चीनी Twitter कह सकते है) लिखा था कि भारत के साथ हुए संघर्ष में चीन को ज्यादा नुकसान हुआ है जबकि सरकार ने आंकड़े छिपाए हैं। सोशल मीडिया पोस्ट डालने के एक दिन बाद उन्हें 20 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और उन पर शहीदों के सम्मान और प्रतिष्ठा को बदनाम करने वाले कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था।
हालांकि, ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में Qiu द्वारा कथित रूप से किए गए अपराध की बारीकियों का उल्लेख नहीं किया गया है। चीन की शीर्ष विधायिका द्वारा आपराधिक कानून में प्रासंगिक खंड जोड़े जाने के बाद शहीदों को बदनाम करने के आरोप में यह पहला मामला दर्ज किया गया था। फरवरी में गिरफ्तारी से पहले ब्लॉगर के कथित तौर पर 25 लाख से अधिक followers थे, जिसके बाद उसका अकाउंट हटा दिया गया। सरकार की तरफ से लगातार बढ़ते दबाव के कारण, 1 मार्च को, Qiu ने चीन के सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी, उन्होंने कहा था, "मुझे अपने आप पर बहुत शर्म आती है, मुझे बहुत खेद है।"
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