बीजिंग: डोकलाम गतिरोध के कारण करीब एक साल के बाद भारत और चीन के शीर्ष अधिकारियों ने 9वीं वार्षिक रक्षा एवं सुरक्षा वार्ता की। इस वार्ता में दोनों देश आपसी सैन्य आदान-प्रदान और संवाद को बढ़ाने पर राजी हुए हैं।
दोनों देशों के रक्षा प्रतिनिधिमंडलों के बीच हुई इस बातचीत में भारत का प्रतिनिधित्व रक्षा सचिव संजय मित्रा ने जबकि चीन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय सैन्य आयोग विभाग के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ ने किया।
भारतीय दूतावास की ओर से बृहस्पतिवार को जारी बयान के अनुसार, बातचीत के दौरान दोनों पक्षों के बीच रक्षा आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और दोनों देशों की सेनाओं के बीच विभिन्न स्तरों पर संवाद को बढ़ावा देने पर सहमति बनी।
बातचीत के बाद संजय मित्रा ने बुधवार को चीन के स्टेट काउंसलर और रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगे से भी मुलाकात की। मित्रा के साथ रक्षा मंत्रालय, भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
डोकलाम में दोनों देशों की सेनाओं के बीच 73 दिनों तक चले गतिरोध के कारण पिछले साल ये वार्षिक वार्ता नहीं हुई थी। बता दें कि डोकलाम में अतिक्रमण को लेकर भारत और चीन के बीच में तनातनी की स्तिथि बनी रहती है। इसी वजह से चीन के साथ वार्ता पर भी असर पड़ा था।
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