इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारत की अहंकारपूर्ण विस्तारवादी नीतियां उसके पड़ोसियों के लिए खतरा बन रही हैं। खान ने पाकिस्तान के सदाबहार सहयोगी चीन का पक्ष लेने का भी प्रयास किया। खान ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि नाजी विचाधारा की तरह भारत सरकार की अहंकारपूर्ण विस्तारवादी नीतियां भारत के पड़ोसियों के लिए खतरा बन रही हैं। नागरिकता कानून के माध्यम से बांग्लादेश, सीमा विवाद के जरिये नेपाल व चीन के लिए और झूठे अभियान चलाकर पाकिस्तान के खिलाफ मुश्किलें पैदा की जा रही हैं।
भारत और चीन के बीच 3500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास लद्दाख और उत्तरी सिक्किम के कई इलाकों में हाल में चीन और भारतीय सेना के बीच तनाव बढ़ा है। पाकिस्तान और चीन के संबंध सदाबहार हैं और आपसी हितों के मुद्दों पर दोनों देशों के नेता एक दूसरे का समर्थन करते हैं। खान ने आगे आरोप लगाया कि भारत ने कश्मीर पर अवैध तरीके से कब्जा किया और इसे युद्ध अपराध बताया। पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटे जाने के फैसले के बाद से पाकिस्तान लगातार इस मामले में अंतरराष्ट्रीय समर्थन पाने की कोशिश में जुटा है।
भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट तौर पर बता दिया है कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करना उसका आंतरिक मामला है। भारत ने पाकिस्तान को हकीकत स्वीकार करने और भारत विरोधी दुष्प्रचार बंद करने की भी सलाह दी। खान ने अपने ट्वीट में कहा कि भारत की सरकार ना केवल देश के अल्पसंख्यकों के लिए बल्कि क्षेत्रीय शांति के लिए भी खतरा है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी आरोप लगाया कि अपने पड़ोसियों के प्रति भारत की आक्रामक नीति से क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा है।
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