पेशावर: पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने देश के अशांत उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर में एक प्रसिद्ध सिख 'हकीम' की हत्या के मामले में खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय सरकार से रिपोर्ट मांगी है। एक पुलिस अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यूनानी पद्धति से उपचार करने वाले 45 वर्षीय 'हकीम' सरदार सतनाम सिंह (खालसा) गुरुवार को अपने क्लीनिक में थे कि तभी कुछ अज्ञात बंदूकधारी उनके केबिन में घुसे और गोलियां चलाई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, घटनास्थल से फरार होने में सफल रहे हमलावरों ने 4 बार गोलीबारी की।
‘सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया गया’
एक अधिकारी ने बताया कि संघीय गृह मंत्रालय ने खैबर पख्तूनख्वा सरकार से हत्या के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी गई है, जबकि पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया है। अधिकारी के अनुसार सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया गया। प्रांतीय पुलिस प्रमुख मोअज्जम जाह अंसारी ने सिंह के आवास का दौरा किया और उनके परिवार को सांत्वना दी। इस्लामिक स्टेट के अफगानिस्तान सहयोगी संगठन, इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) ने पेशावर में सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली है। ‘एसोसिएटेड प्रेस’ ने आतंकवादी समूह के हवाले से कहा कि ISIS-K ने सिंह को ‘बहुदेववादी’ बताया है।
सिंह के परिवार में पत्नी, 3 बेटियां और 2 बेटे हैं
बता दें कि सिंह पेशावर के चारसद्दा रोड पर अपना क्लीनिक 'धर्मंदर फार्मेसी' चला रहे थे। वह पिछले 20 साल से शहर में रह रहे थे। सिंह के परिवार में उनकी पत्नी, 3 बेटियां और 2 बेटे हैं। पेशावर में लगभग 15,000 सिख रहते हैं जिनमें से ज्यादातर प्रांतीय राजधानी के जोगन शाह इलाके में रहते हैं। पेशावर में अधिकांश सिख समुदाय के सदस्य व्यवसाय से जुड़े हैं, जबकि कुछ दवा के कारोबार से जुड़े हैं। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने सिंह की हत्या की कड़ी निंदा की और पुलिस को हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया।
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