लाहौर: पाकिस्तान में अगले महीने होने वाले आम चुनावों में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का दामाद और बेटा भी ताल ठोकने के लिए तैयार हैं। 25 जुलाई को होने वाले राष्ट्रीय और प्रांतीय चुनावों के लिए हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा ने पाकिस्तान भर में उम्मीदवार खड़े किए हैं। इन उम्मीवारों में मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद का बेटा और दामाद भी शामिल हैं। प्रतिबंधित संगठन की राजनीतिक शाखा ने पाकिस्तान को ‘इस्लाम का गढ़’ बनाने की प्रतिज्ञा की है। इन चुनावों में सईद स्वयं मैदान में नहीं है। आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के चलते उस पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है।
आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े, जमात-उद-दावा ने 2008 में मुंबई में आतंकवादी हमले को अंजाम दिया था। जमात ने अपने राजनीतिक मोर्चे की शुरूआत की जिसका नाम मिल्ली मुस्लिम लीग (MML) है। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने MML का राजनीतिक दल के रूप में रजिस्ट्रेशन करने से मना कर दिया था। इससे पहले इसके लिए गृह मंत्रालय ने यह कह कर इसका विरोध किया था कि एमएमएल जमात-उद-दावा की एक शाखा है जिसका नेतृत्व सईद करता है और उस पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगाया है। आम चुनावों के नजदीक आने के साथ ही संगठन ने आयोग में पंजीकृत और छोटी पार्टी अल्लाहू अकबर तहरीक के टिकट पर चुनाव लड़ने का निर्णय किया है।
MML ने बताया कि संगठन के सभी समर्थित उम्मीदवारों की उम्मीदवारी स्वीकार कर ली गई। MML के एक नेता ने बताया कि हाफिज सईद का बेटा हाफिज ताल्हा सईद एनए 91 सीट से जबकि उसका दामाद हाफिल खालिद वलीद एनए 133 सीट से अल्लाहू अकबर तहरीक के चुनाव चिन्ह ‘कुर्सी’ के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। नेता ने बताया कि पार्टी के उम्मीदवार लाहौर की 4 नेशनल एसेंबली सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा उसके उम्मीदवार पंजाब विधानसभा की 15 सीटों पर भी चुनाव मैदान में हैं।
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