हांगकांग में पुलिस ने प्रदर्शनकारी के सीने में दागी गोली, विरोध में बगैर इजाजत रैलियां
करीब 4 महीने से जारी प्रदर्शन में बढ़ते लोकतंत्र समर्थक हिंसक प्रदर्शनों में यह पहला मौका है जब प्रदर्शनकारियों को गोलियों का सामना करना पड़ा।
हांगकांग: बीते कई महीनों से अशांत हांगकांग में पुलिस की गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी घायल हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपने साथी पर हुई इस कार्रवाई को ‘न्यायोचित’ ठहराने से भड़के प्रदर्शनकारियों ने इस क्षेत्र में बुधवार को अचानक हर जगह रैलियों का आयोजन किया। दफ्तरों के कर्मचारियों समेत हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी एक उद्यान में एकत्रित हुए और शहर के व्यावसायिक इलाके से होते हुए मार्च की शुरुआत की तथा पुलिस एवं सरकार विरोधी नारे लगाए। इस रैली के लिए प्रशासन से मंजूरी नहीं ली गई थी।
पहली बार प्रदर्शनकारियों पर बरसीं गोलियां
इससे कुछ देर पहले सैकड़ों छात्रों ने पुलिस की गोली का शिकार हुए 18 वर्षीय सांग ची-किन के स्कूल में धरना दिया। सांग पर आरोप था कि उसने और नकाबपोश प्रदर्शनकारियों के समूह ने अधिकारियों पर छातों और डंडों से हमला किया था। करीब 4 महीने से जारी प्रदर्शन में बढ़ते लोकतंत्र समर्थक हिंसक प्रदर्शनों में यह पहला मौका है जब प्रदर्शनकारियों को गोलियों का सामना करना पड़ा। गोलीबारी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
अधिकारी और पत्रकार हुए घायल
पुलिस का कहना है कि राष्ट्रीय दिवस के दिन हुए संघर्ष में 25 अधिकारी और कुछ पत्रकार घायल हो गए। इनमें से कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा फेंके गये तरल रासायनिक पदार्थ के कारण झुलस गए। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को 70 से अधिक लोगों को भर्ती कराया गया। पुलिस ने दिन भर में 160 लोगों को गिरफ्तार किया। रविवार को पुलिस के साथ हुए संघर्ष के मामले में बुधवार को 96 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया, जिन पर अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक दंगे का आरोप लगाया गया है। इनकी उम्र 14 साल से लेकर 39 साल के बीच है।
मंगलवार को हुआ था भीषण संघर्ष
हांगकांग ने मंगलवार को साल के सबसे भीषण राजनीतिक संघर्ष का सामना किया, जब चीन कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के 70 साल पूरा होने का जश्न मना रहा था। इसके उपलक्ष्य में बीजिंग में विशाल सैन्य परेड का आयोजन हुआ था। अपराधियों को चीन प्रत्यर्पित किए जाने की अनुमति संबंधी योजना के कारण हांगकांग में प्रदर्शन हो रहे थे, हालांकि इस योजना को अब खत्म कर दिया गया है।