यंगून: फेसबुक का कहना है कि वह घृणा फैलने और गलत सूचनाओं का प्रसारण रोकने के उद्देश्य से म्यांमार के सेना प्रमुख सहित 20 लोगों तथा संगठनों को सोशल मीडिया साइट पर प्रतिबंधित कर रहा है। (माली में किए गए फ्रांसीसी हवाई हमले में जिहादी नेता की मौत )
म्यांमार में जातीय और धार्मिक संघर्ष को बढ़ावा देने, खास तौर से अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय के प्रति घृणा को बढ़ावा देने के लिए फेसबुक का इस्तेमाल किये जाने को लेकर सोशल साइट की कटु आलोचना हो रही है।
विभिन्न देशों में गलत सूचनाओं के ऑनलाइन प्रसारण और सूचनाओं के साथ छेड़छाड़ से फेसबुक को जोड़ा जा रहा है, लेकिन म्यांमार ऐसा देश है जहां सोशल साइट पर गलत सूचनाओं के प्रसारण के कारण हिंसा को बहुत बढ़ावा मिला है। म्यांमार में सेना के उग्रवाद विरोधी अभियान के कारण पिछले एक वर्ष में रखाइन प्रांत से करीब 7,00,000 रोहिंग्या मुसलमान देश छोड़कर जाने को मजबूर हुए हैं।
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