काबुल: सिल्क रोड ने सदियों तक दक्षिण एशिया, मध्य एशिया और पूर्वी एशिया की अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी, पर धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल लगभग खत्म हो गया। अब फिर से रेशम मार्ग को खोलने की कोशिश हो रही हैं। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश रेशम मार्ग को फिर से खोल कर व्यापार और आवागमन का क्षेत्रीय केंद्र बनने की कोशिश कर रहा है। यह मार्ग मध्य एशिया को दक्षिण एशिया से जोड़ता है। छठे अफगानिस्तान आर्थिक सहयोग सम्मेलन (आरईसीसीए) में गनी ने यह बात कही। उन्होंने कहा रेशम मार्ग नए तरह की व्यावसायिक संभावनाओं से भरा हुआ है।
उन्होंने कहा, "हमने सड़कों के विकास में अरबों का निवेश किया हुआ है। अफगानिस्तान एशिया का व्यावसायिक केंद्र बन सकता है। हम खुद को उभरती एशियाई अर्थव्यवस्था के रूप में देखते हैं।"
अफगान राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई और क्षेत्रीय सहयोग की जरूरत पर भी बल दिया।
उन्होंने कहा, "एक शांतिपूर्ण, समृद्ध और स्थाई अफगानिस्तान क्षेत्र और पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद होगा।"
सम्मेलन काबुल में गुरुवार को शुरू हुआ। इसमें 30 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक सहित 40 संस्थाओं के प्रतिनिधि भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
दो दिवसीय सम्मेलन में क्षेत्र में आर्थिक सहयोग, व्यापार और आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए निजी क्षेत्र की भूमिका पर विचार-विमर्श किया गया।
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