बीजिंग: चीन के सुदूर पश्चिमी शिनजियांग प्रांत में 2017 और 2019 के बीच जन्म दर में बहुत ज्यादा गिरावट आई है। हाल के इतिहास में किसी भी क्षेत्र में जन्म दर में आई यह सबसे अधिक गिरावट है। ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक ‘ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटेजी पॉलिसी इंस्टीट्यूट’ की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, उन इलाकों में 48.74 प्रतिशत की गिरावट आई है जहां उइगर, कजाख और अन्य बड़े मुस्लिम जातीय अल्पसंख्यक रहते हैं। यह रिपोर्ट चीनी सरकार के करीब एक दशक के आंकड़ों पर आधारित है। देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक क्षेत्र में 2017 और 2018 के बीच भी जन्म दर 43.7 प्रतिशत गिरी और 1,60,000 बच्चों का ही जन्म हुआ।
71 सालों में ऐसी गिरावट कहीं नहीं
ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटेजी पॉलिसी इंस्टीट्यूट के शोधकर्ता और रिपोर्ट के सह-लेखक नाथन रसर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने जब से वैश्विक जन्म आंकड़ों का संग्रह शुरू किया है जब से 71 वर्षों में जन्म दर में यह गिरावट अभूतपूर्व है। इसने सीरियाई गृह युद्ध और रवांडा तथा कोलंबिया में नरसंहार के दौरान जन्म दर में आई गिरावट को भी पीछे छोड़ दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय और शिनजियांग सरकार ने अभी इस पर टिप्पणी नहीं की है। बता दें कि चीन शिनजियांग में रहने वाले अल्पसंख्यकों पर किसी भी तरह के अत्याचार की बात से इनकार करता रहा है।
सामने आई थी जबरन नसबंदी की बात
पिछले साल आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के उत्तर-पश्चिम प्रांत शिनजियांग के तुरपान शहर में 15 और यातना शिविरों का पता चला है, जहां उइगर मुस्लिमों को कैद करके रखा गया था। 100 से अधिक ब्रिटिश सासंदों ने चीनी राजदूत को पत्र लिखकर कहा था कि चीन के सुदूर शिनजियांग क्षेत्र में ‘उइगर लोगों के खिलाफ सुनियोजित जातीय सफाया कार्यक्रम’ चलाया जा रहा है जो निंदनीय है। पत्र में शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों की जबरन नसबंदी करने एवं बड़े पैमाने पर उन्हें हिरासत में रखने की खबरों का उल्लेख था। इसके अलावा चीन में अल्पसंख्यकों पर तमाम तरह के अत्याचार की खबरें समय-समय पर आती रहती हैं।
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