दुबई। ईरान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले इस महीने चरम पर पहुंच चुके हैं, अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ रही है और इस संकट के बीच ही देश के स्वास्थ्य मंत्री ने बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री सईद नमाकी ने राजधानी तेहरान के लिए सरकार के नये निर्देशों का जिक्र करते हुए पिछले सप्ताह कहा था, ‘‘हमने कहा था कि जो भी मास्क नहीं पहने, उससे जुर्माना वसूला जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पता लगाइए कि कितने लोगों पर जुर्माना लगाया गया। हमने कहा था कि रास्ते बंद कर दीजिए और लेकिन उन्होंने कितने मार्ग बंद किये?’’
नमाकी के भाषण में रोगियों से अस्पतालों के भरे होने का जिक्र करते हुए वायरस संक्रमण का प्रकोप फिर से फैलने के लिए सरकार पर उंगली उठाई गई है। उनका भाषण सरकारी अधिकारियों के सामान्य भाषण से बिल्कुल उलट है जो प्रतिबंधों के उल्लंघन के लिए जनता को दोषी ठहराते हैं। हालांकि एक दिन बाद नमाकी ने अलग ही संदेश दिया।
अर्द्ध-सरकारी आईएसएनए समाचार एजेंसी ने नमाकी के भाषण के हवाले से कहा, ‘‘हमें लोगों में बेवजह घबराहट पैदा नहीं करनी चाहिए। हमें कभी भी यह घोषणा नहीं करनी चाहिए कि अस्पतालों में खाली बेड नहीं हैं। हमारे यहां रिक्त बेड हैं।’’ पश्चिम एशिया में कोरोना वायरस के कारण अब तक कथित तौर पर 32,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने हाल में कहा था कि यह संख्या वास्तव में ढाई गुना अधिक हो सकती है।
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