हांगकांग। ताइवान के साथ तनातनी के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने सैनिकों को मानसिक और शारीरिक रूप से युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार जिनपिंग मंगलवार को ग्वांगडोंग राज्य के दक्षिण में स्थित मिलिट्री बेस के दौरे पर थे। इस दौरान चाओझाओ में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी मरीन कॉर्प के जवानों से बात करते हुए कहा कि वे हाई अलर्ट पर रहें। उन्होंने अपने सैनिकों से बिल्कुल वफादार, बिल्कुल शुद्ध, और बिल्कुल विश्वसनीय बने रहने को कहा।
शी की ग्वांगडोंग यात्रा का मुख्य उद्देश्य शेन्ज़ेन विशेष आर्थिक क्षेत्र की 40 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बुधवार को एक भाषण देना था। शेन्ज़ेन विशेष आर्थिक क्षेत्र को 1980 में विदेशी पूंजी को आकर्षित करने के लिए स्थापित किया गया था और चीन की अर्थव्यवस्था को विश्व की दूसरी सबसे बड़ी मदद करने में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
शी की आर्मी बेस की यह विजिट उस वक्त हुई है जब चीन और अमेरिका के बीच तनाव उच्चतम बिंदु पर है। व्हाइट हाउस ने सोमवार को अमेरिकी कांग्रेस को सूचित किया कि वह ताइवान को तीन उन्नत हथियार प्रणालियों की बिक्री की योजना बना रहा था, जिसमें आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) भी शामिल है।
अमेरिका की इस घोषणा से चीन तिलमिला गया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने अमेरिका को "ताइवान को किसी भी हथियार बिक्री योजना को तुरंत रद्द करने" को कहा है। साथ ही ताइवान के साथ सभी सैन्य संबंधों को खत्म करने की मांग भी की है।
वहीं चीनी सरकार की असहमति के बावजूद, ट्रम्प प्रशासन के तहत वाशिंगटन और ताइपे के बीच संबंध बेहतर हुए हैं। अगस्त में, अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा सचिव एलेक्स अजार ने ताइवान का दौरा किया था। कई दशकों के बाद यह किसी अमेरिकी वरिष्ठ अधिकारी का ताइवान दौरा था।
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