लाहौर: पाकिस्तान के लाहौर शहर में कुछ लोगों के लिए चीनी मेट्रो गरीबी लेकर आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाहौर के अनारकली इलाके में मेट्रो परियोजना के चलते कई परिवारों को अपनी संपत्ति और जमीन से हाथ धोना पड़ा। लोगों का आरोप है कि सरकार ने उनसे बाजार भाव से कम कीमत पर जमीन और घर खरीद लिए, और उन्हें मस्जिदों में पनाह लेनी पड़ी। बता दें कि पाकिस्तान की सरकार चीन के पैसे से लाहौर में मेट्रो ट्रेन ला रही है और इसीलिए लोगों को औने-पौने दाम देकर उनकी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है। सरकार की इस जबर्दस्ती के चलते कई परिवार सड़क पर आ गए हैं।
गरीब और बेघर लोगों में होने लगी गिनती
लाहौर में मेट्रो आने से जहां आम जनता को सुविधाएं मिलने की बात कही जा रही है, वहीं कुछ परिवारों के लिए यह दु:स्वप्न साबित हो रहा है। कई परिवार जो पहले एक अच्छा-खासा जीवन जी रहे थे, अब उनकी गिनती गरीब और बेघर लोगों में होने लगी है। बता दें कि इस पूरी परियोजना पर लगभग 1.8 अरब डॉलर (लगभग 29000 करोड़ पाकिस्तानी रुपये) का खर्च आना है। बताया जा रहा है कि इस परियोजना का पहला चरण अक्टूबर में पूरा हो जाएगा और इससे शहर के ट्रैफिक और प्रदूषण में काफी कमी आएगी।
अधिकांश पाकिस्तानी मेट्रो आने से खुश
भले ही लाहौर में मेट्रो लाने के सरकार के फैसले से अधिकांश पाकिस्तानी खुश हों, लेकिन इसके चलते तमाम लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है। कुछ लोगों का कहना है कि सरकार ने उन्हें नाकाफी मुआवजा दिया है और अब उन्हें किराए के मकान में रहना पड़ रहा है। ये लोग कहीं और जाने के लिए तैयार भी नहीं है क्योंकि उनके मुताबिक उन्होंने सारी जिंदगी इसी इलाके में काटी है। हालांकि मेट्रो के आने से लाहौर के सभी निवासी दुखी हों ऐसा भी नहीं है। कई लोगों का मानना है कि मेट्रो के आने से न सिर्फ लाहौर बल्कि देश की अर्थव्यवस्था के भी अच्छे दिन आ सकते हैं।
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