बीजिंग: कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारियों को छिपाने के कारण दुनिया भर में आलोचना झेल रहे चीन की हालत खिसियानी बिल्ली की तरह हो गई है। ऐसे में वह उन तमाम देशों को लेकर भी आक्रामक हुआ है, जो आमतौर पर किसी को आंखें नहीं तरेरते। इसी कड़ी में चीन ने एशियाई लोगों के साथ नस्लीय भेदभाव और हिंसा का हवाला देते हुए अपने नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर नहीं जाने की सलाह दी है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच हालात और खराब होने की तरफ अग्रसर हो गए हैं।
‘ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करने से बचें चीनी नागरिक’
माना जा रहा है कि चीन ने यह कदम कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की जांच का समर्थन कर रहे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाराजगी के कारण उठाया है। संस्कृति एवं पर्यावरण मंत्रालय ने शुक्रवार देर शाम एक नोटिस जारी कर कहा कि ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 को लेकर चीन और एशिया के लोगों के खिलाफ नस्लीय भेदभाव तथा हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं। इसलिए मंत्रालय सलाह देता है कि चीनी सैलानी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करने से बचें।
चीन ने तनाव के बीच उठाए ये बड़े कदम
गौरतलब है कि चीन ने आक्रमक कदम उठाते हुए ऑस्ट्रेलिया पर विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। इसके बाद उसने ऑस्ट्रेलिया से आने वाले जौ पर 80 फीसदी से ज्यादा शुल्क लगाकर फसल का आयात प्रभावी तरीके से बंद कर दिया है। इससे एक हफ्ते पहले चीन ने ऑस्ट्रेलिया से बीफ का आयात भी प्रतिबंधित कर दिया था। बता दें कि चीन इस समय कई देशों के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपना रहा है जिसे उसकी दबाव बनाने वाली नीति के तौर पर देखा जा रहा है।
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