चीन के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को अमेरिका के टिकटॉक को लेकर लगाए गए आरोपों को एक "राजनीतिक हथकंड़ा" बताया और अमेरिका को परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मंगलवार को भारत को लेकर भी बयान दिया। उन्होनें कहा कि दुनिया के दो सबसे बड़े विकासशील देशों और उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के नाते चीन और भारत का सहयोग एक-दूसरे के विकास में गति प्रदान करेगा।
ट्रंप की टिकटॉक को चेतावनी
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Bytedance के स्वामित्व वाली चीन की कंपनी टिकटॉक को चेतावनी देते हुए साफ कह दिया है कि टिकटॉक 15 सितंबर तक अमेरिका में अपना कारोबार बेच दे या फिर बंद कर दे। अमेरिका टिकटॉक पर डेटा चोरी करने का आरोप पहले ही लगा चुका है। इससे पहले भारत ने टिकटॉक समेत 106 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया और इस कदम का अमेरिकी प्रशासन एवं सांसदों दोनों ने स्वागत किया था। ट्रंप ने इससे पहले एक सवाल के जवाब में कहा था, “हम कुछ अन्य चीजें भी कर सकते हैं। कई विकल्प हैं। लेकिन इस बीच बहुत सारी चीजें हो रही हैं तो देखना होगा कि क्या होता है। पर टिकटॉक के संबंध में हम बहुत सारे विकल्पों को देख रहे हैं।”
चीन की बाइटडांस टिकटॉक की मूल कंपनी है। हाल के कुछ हफ्तों में, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने टिकटॉक पर अमेरिकियों की निजी सूचना एकत्र करने का आरोप लगाया था। उन्होंने सदन की विदेश मामलों संबंधी समिति के सदस्यों को बृहस्पतिवार को बताया, “भारत ने टिकटॉक समेत 106 चीनी ऐप को प्रतिबंधित किया है जो उसके नागरिकों की निजता एवं सुरक्षा के लिए जोखिम खड़े कर रहे थे।’’ मीडिया में आई खबरों में यह भी कहा गया कि ट्रंप प्रशासन जल्द ही बाइटडांस को टिकटॉक के अमेरिकी परिचालन के स्वामित्व से वंचित कर सकता है।
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