बीजिंग: चीन ने सिक्किम सेक्टर में सीमा विवाद पर भारत के साथ किसी सार्थक वार्ता का आज आवान किया और दोकलम से भारतीय सैनिकों की वापसी की मांग करते हुए कहा कि इस क्षेत्र पर उसकी अकाट्य संप्रभुता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने यहां कहा, सिक्किम पर जारी गतिरोध पर बातचीत के लिए भारत और चीन के बीच के कूटनीतिक चैनल खुले हैं। (G-20 शिखर सम्मेलन में व्यापार पर जोर देंगे ट्रंप)
उन्होंने कहा, सिक्किम सेक्टर में दोकलम क्षेत्र से भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए कोई सार्थ mक संवाद करना अहम मुद्दा है। भारत और चीन की सेनाओं के बीच उस वक्त गतिरोध उत्पन्न हो गया जब भारतीय सेना ने दोकलम में सड़क निर्माण करने से चीन को रोक दिया। यह चीन और भूटान के बीच एक विवादित क्षेत्र है जिसे दोंगलोंग के नाम से भी जाना जाता है। जम्मू-कश्मीर से ले कर अरूणाचल प्रदेश तक भारत और चीन के बीच 3488 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा है। उसमें से 220 किलोमीटर का हिस्सा सिक्किम में पड़ता है।
लू ने भूटान के इन आरोपों से भी इनकार किया कि चीन ने उसकी सरजमीं में सड़क का निर्माण कर समझाौतों का उल्लंघन किया है। उल्लेखनीय है कि भूटान ने एक सख्त बयान में चीन से कहा था कि वह दोकलम इलाके के दोकोला से जोमपेलरी तक भूटानी सेना शिविर की दिशा में वाहनों के परिवहन योग्य सड़क का निर्माण कार्य रोके क्योंकि यह दोनों देशों के बीच की सीमा के सीमांकन की प्रक्रिया को प्रभावित कर रहा है। चीनी प्रवक्ता ने कहा कि दोकलम क्षेत्र पर चीन की अकाट्य संप्रभुता है।
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