बीजिंग: चीन ने आज कहा कि उत्तर कोरिया से जुड़ी चीनी कंपनियों पर नये अमेरिकी प्रतिबंधों से परमाणु संकट में बीजिंग के साथ सहयोग में मदद नहीं मिलेगी। अमेरिकी वित्त विभाग ने मंगलवार को चीनी और रूसी लोगों तथा कंपनियों पर कड़े प्रतिबंध लगाए और उन पर उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम में मदद देने और अमेरिकी प्रतिबंधों से बचकर निकलने के प्रयास करने के आरोप लगाए गए। (US में भारतीय पर नस्लीय टिप्पणी कहा, भारत लौटो और निक्की हैली को भी ले जाओ)
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीजिंग पर दबाव बनाया था कि वह अपने सहयोगी उत्तर कोरिया को अपनी परमाणु आकांक्षाओं और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम छोड़ने के लिए मनाने के लिए और प्रयास करे। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, अमेरिकी का यह कदम समस्या का समाधान खोजने में मददगार नहीं होगा, यह साझा भरोसे और सहयोग के लिए भी अच्छा नहीं है। हम अमेरिकी पक्ष से आग्रह करते हैं कि वह इस गलत कदम पर रोक लगाए और इसे सुधारे।
हुआ ने कहा कि कोरिया प्रायद्वीप में बने बेहद तनावपूर्ण हालात के थोड़े शांत होने के कुछ आसार नजर आ रहे हैं जो विभिन्न पक्षों के सम्मिलित प्रयासों का नतीजा है, हालांकि हालात अभी भी काफी जटिल और संवेदनशील बने हुए हैं। कुछ घंटे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन ने संकेत दिए थे कि निकट भविष्य में उार कोरिया के साथ बातचीत संभव है।
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