जानें, सैन्य वर्दी पहने शी ने सेना दिवस परेड में अपने सैनिकों से क्या-क्या कहा
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के 90वें स्थापना दिवस पर आयोजित परेड का निरीक्षण करते हुए कहा कि...
बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के 90वें स्थापना दिवस पर आयोजित परेड का निरीक्षण करते हुए कहा कि सेना में सभी दुश्मनों को मात देने का साहस एवं क्षमता है। शी ने कहा कि PLA को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) के निरपेक्ष नेतृत्व का सख्ती से पालन करना चाहिए और जहां पार्टी कहे वहां मार्च करना चाहिए। शी सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के प्रमुख हैं जिसके पास दुनिया की सबसे बड़ी सेना पीएलए का पूर्ण नियंत्रण है। उन्होंने कहा, ‘मुझे दृढ़ विास है कि हमारी वीर सेना में सभी दुश्मनों को मात देने का साहस एवं क्षमता है।’
चीन की सेना ने आज 23 लाख सदस्यों वाली पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (झथओ) के 90 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित विशाल सैन्य परेड में स्वदेशी पारंपरिक एवं परमाणु मिसाइलों के 5 प्रारूपों का प्रदर्शन किया। इसमें कम समय के नोटिस पर दागी जा सकने वाली और परमाणु मुखास्त्र से लैस डोंगफेंग 26 बालिस्टिक मिसाइल, करियर किलर नाम से चर्चति डोंगफेंग 21 डी भू आधारित पोत रोधी बालिस्टिक मिसाइल और दुश्मन के मुख्य ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम डोंगफेंग 16 जी पारंपरिक मिसाइल सहित अन्य प्रारूप शामिल थे। इस परेड में करीब 12,000 जवानों ने हिस्सा लिया और 129 विमान तथा 571 उपकरणों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया। डोंगफेंग मिसाइलें जिसमें छोटी, बढे़ और मध्यम रेंज के रॉकेट शामिल हैं और लाइट टैंक तथा ड्रोन सहित विभिन्न तरह के हथियारों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया। सैनिकों ने हेलिकॉप्टर से युद्ध के समय तीव्रता से उतरने और युद्ध के लिए तैयार होने की भूमिका का प्रदर्शन किया। यह परेड ऐसे समय में आयोजित की गई जब सिक्किम क्षेत्र के डोकालाम में भारत और चीनी सैनिकों के बीच एक माह से गतिरोध चल रहा है। चीन डोकालाम के अलावा उत्तर कोरिया की स्थिति और अमेरिका द्वारा दक्षिण कोरिया में टर्मिनल हाई एल्टिट्यूड एरिया डिफेंस थाड मिसाइल की तैनाती करने को लेकर भी चिंतित है।
शी के भाषण में सिक्किम क्षेत्र के डोकालाम में भारत और चीनी सैनिकों के बीच एक माह से चल रहे गतिरोध का कहीं कोई उल्लेख नहीं रहा। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब उनके विदेश एवं रक्षा मंत्रालयों ने भारत पर चीनी क्षेत्र के डोकलाम में अतिक्रमण करने का आरोप लगाया है और आधिकारिक मीडिया में भारत के इस कदम के खिलाफ एक आक्रामक अभियान चलाया जा रहा है। सैन्य सूट पहने 64 वर्षीय शी एक खुली जीप में जवानों के सामने से गुजरे और इस दौरान लाउड स्पीकर में सैन्य संगीत बज रहा था। शी ने समारोह में अपने 10 मिनट के भाषण में कहा, ‘हमारी सेना में मजबूत सेना के निर्माण में एक नया अध्याय लिखने और चीनी राष्ट्र के कायाकल्प के स्वप्न को साकार करने एवं विश्व शांति की सुरक्षा के लिए एक नया योगदान करने का साहस व क्षमता है।’ समारोह का सरकारी टीवी और रेडियो पर सीधा प्रसारण किया गया।
इससे पूर्व शी ने इनर मंगोलिया में चीनी सेना के सबसे बड़े बेस पर भव्य सैन्य परेड का निरीक्षण किया जिसमें सेना और वायुसेना ने अपने अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों का प्रदर्शन किया। इसमें वह नया टैंक भी शामिल था जिसका इस्तेमाल हाल ही में भारतीय सीमा के पास ऊंचाई वाले इलाके में युद्धाभ्यास के लिए किया गया था। शी ने सेना से कहा कि अपनी लड़ाकू क्षमता एवं राष्ट्रीय रक्षा के आधुनिकीकरण में और सुधार करें और साथ ही राष्ट्रीय रक्षा एवं सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण भी करें। अमेरिका सेना के बाद चीनी सेना का दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट 152 अरब अमेरिकी डॉलर है। PLA की स्थापाना एक अगस्त 1927 को तब की गई थी जब माओ त्सेतुंग के नेतृत्व में सत्तारुढ़ CPC ने उनके राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन को आगे बढ़ाया था। यह उन दुर्लभ राष्ट्रीय सेनाओं में से एक है, जो चीनी सरकार की बजाय अब भी CPC के नेतृत्व में काम करती है।