बीजिंग: चंद्रमा की सतह से पत्थरों के नमूने लेकर धरती के लिए रवाना हुए चीन के चांग-5 अंतरिक्ष यान ने सोमवार को पहला ‘ऑर्बिटल करेक्शन’ पूरा किया। चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने यह घोषणा की। ‘ऑर्बिटल करेक्शन’ अंतरिक्ष यान के ‘एक्सिलरेटर’ में बीम (प्रकाश किरण) नियंत्रण की एक आधारभूत प्रक्रिया है। चीन राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (सीएनएसए) ने कहा कि बीजिंग के समयानुसार सुबह 11.13 बजे ‘ऑर्बिटल करेक्शन’ की प्रक्रिया हुई जब ‘ऑर्बिटर-रिटर्नर’ के दो 25एन इंजनों को करीब 28 सेकंड के लिए चलाया गया।
सीएनएसए ने कहा कि चंद्रमा के नमूने रखने वाले ‘ऑर्बिटर-रिटर्नर’ समुच्चय पर सभी प्रक्रियाएं अच्छी तरह संचालित हो रही हैं। चांग-5 यान को 24 नवंबर को प्रक्षेपित किया गया था जिसमें एक ‘‘ऑर्बिटर, एक लैंडर, एक एसेंडर और एक रिटर्नर’’ है। इसके ‘लैंडर-एसेंडर’ समुच्चय ने एक दिसंबर को चंद्रमा की सतह को छूआ था। नमूने एकत्रित किये जाने और सील किये जाने के बाद चांग-5 के ‘एसेंडर’ ने तीन दिसंबर को चंद्रमा की सतह से उड़ान भरी।
यान का ‘रिटर्नर’ दिसंबर के मध्य में चीन के आंतरिक मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र के सिजिवांग बैनर में उतर सकता है। अगर यह मिशन सफल होता है तो चंद्रमा से नमूने लेकर लौटने वाला चीन तीसरा देश बन जाएगा और करीब 45 साल बाद ऐसा होगा। इससे पहले अमेरिका और पूर्ववर्ती सोवियत संघ इस मिशन को पूरा कर चुके हैं।
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