ताइपे: ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि चीन का एक एयरक्राफ्ट कैरियर उसके जलक्षेत्र से होकर गुजरा है। उधर, बीजिंग ने ‘देश को बांटने के’ किसी भी प्रयास के खिलाफ चेतावनी दी है। आपको बता दें कि चीन अभी भी ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, हालंकि दोनों देशों में अलग-अलग सरकारें चलती हैं। इन दोनों ही देशों के बीच अक्सर तनाव का माहौल रहता है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कई अन्य सहयोगी नौकाओं ने भी मंगलवार को ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश किया और वे बाद में जगह से चली गईं।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मंगलवार को राष्ट्रवादी भाषण देकर चीन को बांटने के किसी भी प्रयास के खिलाफ चेतावनी दी थी। शी ने नेशनलिस्ट पीपुल्स कांग्रेस के सालाना सत्र के समापन के दौरान संबोधन में कहा, ‘देश को बांटने के सभी कृत्य और तिकड़म नाकाम होंगे और इनकी जनता द्वारा निंदा की जाएगी और इतिहास इन्हें सजा देगा।’’ चीन अब भी ताइवान को अपने भूभाग के हिस्सा के तौर पर देखता है जबकि एक गृहयुद्ध के बाद 1949 में दोनों अलग हो चुके हैं और तब से दोनों में अलग-अलग शासन चल रहा है।
दोनों देशों के रिश्तों में तब से और कटुता आ गई है जब से बीजिंग की आलोचक ताइवानी राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने सत्ता संभाली है। उनकी सरकार ने इस बात को मानने से इंकार किया है कि ताइवान ‘एक चीन’ का हिस्सा है। साइ ने चीन के तथाकथित सैन्य विस्तार के खिलाफ चेताया है। विमान वाहक पोत ने ताइवानमें उस समय भी विवाद पैदा किया था जब पोत ने पिछले साल जनवरी में ताइवान के जलडमरूमध्य में प्रवेश किया था। पोत के ताइवान के क्षेत्र में जाने को बीजिंग द्वारा शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा गया था। रक्षा मंत्री ये दे फा ने आज संसद में कहा कि वे इस पूरी घटना पर नजर रखे हुए हैं।
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