बीजिंग: चीन में सोमवार की रात तक 16 नए मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन द्वारा मंगलवार को दिए बयान के मुताबिक, इनर मंगोलिया स्वायत्तशासित क्षेत्र में सोमवार को एक इम्पोर्टेड केस के बारे में पता चला, जबकि कोई लोकल मामला सामने नहीं आया। वहीं, बाकी के 15 मरीजों में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे लेकिन जांच में वे संक्रमित पाए गए। नए मामले सामने आने के साथ ही चीन के लोगों को अब यह डर सताने लगा है कि कहीं वायरस वापसी न कर ले।
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी बड़ी महामारी में थोड़े-बहुत केस सामने आना सामान्य बात है लेकिन चीन के लोगों को भरोसा नहीं हो पा रहा है। दरअसल, इस वायरस को लेकर अधिकांश भविष्यवाणियां या तो औंधें मुंह गिरी हैं या आंशिक रूप से ही सही साबित हुई हैं। बता दें कि चीन में कोरोना वायरस संक्रमण का केन्द्र रहे वुहान शहर में 30 दिन से ज्यादा समय के बाद कोरोना वायरस के नए मामले सामने आए थे। इसके बाद सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने एक स्थानीय अधिकारी को खराब प्रबंधन के आरोप में बर्खास्त कर दिया।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के चांगक्विंग स्ट्रीट कार्यसमिति के सचिव झांग यूजिन को वुहान के सनमिन आवासीय समुदाय में संक्रमण के मामले सामने आने के बाद पद से हटा दिया गया है। संक्रमण के ये सभी मामले हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान के सनमिन आवासीय समुदाय में पाए गए हैं। यह इलाका चांगक्विंग के अधिकार क्षेत्र में आता है। झांग को आवासीय परिसर का सही प्रकार से प्रबंधन नहीं कर पाने की वजह से पद से हटाया गया है। इस स्थान में पहले संक्रमण के 20 मामले सामने आए थे। वुहान में संक्रमण के पांच नए मामले रविवार को और एक मामला शनिवार को सामने आया। यहां 35 दिन से संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया।
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