बीजिंग: चीन में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तौर-तरीके की सार्वजनिक रूप से आलोचना करने वाले एक शख्स को 18 साल जेल की सजा सुनाई गई है। सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, सरकारी संपदा कंपनी के पूर्व अध्यक्ष रेन झिकियांग को मंगलवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में 18 साल की कैद की सजा सुनाई गई। हालांकि लोगों का मानना है कि भ्रष्टाचार सिर्फ एक बहाना है और रेन को शी की सार्वजनिक आलोचना करने के लिए यह कठरो सजा मिली है। इसी के साथ सरकार यह संदेश भी देना चाहती है कि शी की आलोचना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कई मामलों में ठहराया गया दोषी
सरकारी संपदा कंपनी हुआयुआन ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष रेन झिकियांग सेंसरशिप और अन्य संवेदनशील विषयों पर बोलने को लेकर चर्चा में आ गये थे। उनका एक ऑनलाइन आलेख प्रकाशित हुआ था जिसमें शी पर कोरोना वायरस महामारी से ढंग से नहीं निपटने का आरोप लगाया गया था। इस घटना के बाद रेन मार्च से सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए थे। सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, एक स्थानीय अदालत ने रेन (69) को भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, गबन और पद के दुरूपयोग का दोषी ठहराया। हुआयुआन ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी उपसचिव रेन को जुलाई में सत्तारूढ़ पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
लगातार हो रही है शी की आलोचना
इससे पहले चीन के सेंट्रल पार्टी स्कूल में प्रोफेसर रहीं काई शिया ने भी शी की जमकर आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अंदर शी जिनपिंग का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। शिया के मुताबिक, जिनपिंग के नेतृत्व में कम्युनिस्ट पार्टी अब एक ऐसी ताकत नहीं रह गई है जो चीन का विकास कर सके। उन्होंने तो यह तक कहा कि अब यह पार्टी चीन के विकास की राह में रोड़ा बन गई है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर बरसते हुए शिया ने कहा कि अपनी आक्रामक नीतियों की वजह से उन्होंने चीन को दुनिया का दुश्मन बना दिया है।
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