बीजिंग: सऊदी अरब में स्थित एक बड़े तेल शोधन संयंत्र और एक तेल क्षेत्र में शनिवार को हुए हमले के लिए अमेरिका द्वारा ईरान को जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद चीन इस इस्लामी देश के समर्थन में आ गया है। बीजिंग ने कहा है कि किसी जांच में निष्कर्ष पर पहुंचे बगैर इन हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को हुए इन हमलों में सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको के अब्कैक स्थित सबसे बड़े तेल शोधन संयंत्र और खुरैस स्थित तेल क्षेत्र को निशाना बनाया गया। ईरान ने इन हमलों में किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इंकार किया है। इसकी जिम्मेदारी यमन में सक्रिय एवं ईरान से जुड़े हुती विद्रोहियों ने ली है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बिना कोई साक्ष्य दिए हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया। इस पर, ईरान ने अमेरिका पर धोखा देने का आरोप लगाया। इन हमलों के कारण सोमवार को तेल की कीमत में 10 प्रतिशत की वृद्धि हो गई। चीनी विदेश मंत्रालय प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, ‘‘निष्कर्षपूर्ण जांच और परिणाम के अभाव में, हमें नहीं नहीं लगता है कि किसी पर दोष मढ़ना एक जिम्मेदाराना बर्ताव है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा रुख है कि हम तनाव को बढ़ाने वाले किसी भी कदम और कार्रवाई के खिलाफ हैं। हम आशा करते हैं कि दोनों पक्ष तनाव बढ़ाने वाले कदम उठाने से बचेंगे। हम आशा करने हैं कि वे संयम रखेंगे।’
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