बीजिंग: दुनिया में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस से सबक लेते हुए अब बीजिंग ने जंगली जानवरों और कीड़े-मकोड़ों के शिकार और खाने पर रोक लगाने की तैयारी की है। इसके लिए बीजिंग प्रशासन ने कई नियम-कायदों का ड्राफ्ट तैयार किया है। भले ही अभी कोरोना वायरस के सोर्स का आधिकारिक तौर पर पता नहीं चला है मगर बीजिंग प्रशासन को आशंका है कि जंगली जानवरों से यह घातक वायरस फैला। ऐसे में बीजिंग प्रशासन ने एक कड़ा ड्राफ्ट तैयार किया है। जंगली जानवरों वाले क्षेत्रों मे वन्यजीव रोग निगरानी स्टेशन भी स्थापित किए जाने की तैयारी है।
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बीजिंग डेली की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग म्युनिसिपल पीपुल्स कांग्रेस की दो महीने पहले ही गुरुवार को बैठक बुलाई गई। इस 15वीं स्थाई समिति की मीटिंग में जानवरों को खाने और उनके शिकार पर रोक लगाने से जुड़े ड्राफ्ट पर चर्चा हुई।
दरअसल, बीजिंग के कई क्षेत्रों में काफी जंगली जानवर रहते हैं। पांच सौ से अधिक जानवर हैं। तैयार ड्राफ्ट के मुताबिक राजधानी के किसी भी हिस्से में वर्षभर जानवरों के शिकार पर रोक लगेगी। जो नियमों का उल्लंघन करेगा उस पर जुर्माना भी लगेगा। ड्राफ्ट में न सिर्फ जंगली बल्कि मानव आबादी के बीच रहने वाले जानवरों के भी शिकार और खाने पर रोक लगेगी और इनका व्यापार भी प्रतिबंधित रहेगा।
बीजिंग म्युनिसिपल पीपुल्स कांग्रेस की ग्रामीण कमेटी ने सुझाव दिया है कि नियम का उल्लंघन करने पर मारे गए जानवर का दो से 15 गुना जुर्माना लगाया जाए। हालांकि, कोविड-19 का सोर्स अभी तक निर्धारित नहीं हुआ है, लेकिन शोधकर्ताओं का मानना है कि 70 प्रतिशत अधिक नए संक्रामक रोक जंगली जानवरों से उत्पन्न हुए हैं। नतीजतन, उन क्षेत्रों में वन्यजीव रोग मॉनिटर स्टेशन स्थापित करने की योजना है, जहां बीमारी फैलने का खतरा ज्यादा है। अगर कोई जानवरों का शिकार कर उसे खाने की कोशिश करेगा तो कोई भी व्यक्ति सूचना दे सकता है।
बता दें कि इससे पूर्व 24 फरवरी को, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस यानी चीन की शीर्ष विधायिका की स्थायी समिति ने भी अवैध वन्यजीव व्यापार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने और लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए जंगली जानवरों को खाने की आदतों को खत्म करने का निर्णय लिया था।
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