डोकलाम विवाद के चलते बंद हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा पर चीन ने फिर से यात्रा शुरू करने के लिए बातचीत के लिए कहा है। इसके साथ ही चीन ने दोनों देशों के बीच नरमी के भी संकेत दिए। हाल ही में चीन ने भारत से कहा कि, वह भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए नाथूला पास को फिर से भारत के लिए खोलने को लेकर बातचीत करेंगे। चीन के विदेश मंत्री गेंग सुआंग ने बताया कि, 'चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुए समझौते के मुताबिक इस तथ्य के साथ भारत-चीन दोनों पक्ष सहमत हैं। चीन पहले भी भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए नाथुला दर्रा खोलता आया है'। (शेख हसीना ने किया रोहिंग्या शरणार्थी कैंपों का दौरा)
भारत में चीनी दूतावास की प्रवक्ता शीए लियान ने कहा कि लिपुलेख र्दा के जरिए आधिकारिक यात्रा और ल्हासा एवं पुरांग के जरिए गैर आधिकारिक यात्रा अब भी सामान्य है। उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर में भारतीयों की यात्रा चीन एवं भारत के लोगों के बीच आपसी संबंधों एवं सांस्कृतिक आदान प्रदान का अहम अंग है। दरअसल, दोनों पक्षों ने सहमति जताई थी कि इस साल नाथुला र्दा के जरिए शिजांग की यात्राओं में सात जत्थों में कुल 350 यात्री हिस्सा लेंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में चीन में आयोजित हुए ब्रिक्स सम्मेलन में दोनों देशों के नेता बेहत ही गर्मजोशी के साथ मिले। इस मुलाकात में दोनों ही देशों के नेताओं ने डोकलाम मुद्दे पर कोई भी बात नहीं की। दोनों ही नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
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