बीजिंग: चीन की राजधानी बीजिंग में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर प्रवासी समुदायों के खिलाफ कार्रवाई का विरोध जताते हुए इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया। प्रदर्शनकारियों ने 'हिंसक निष्कासन मानवाधिकारों का उल्लंघन' जैसे नारे भी लगाए। 'द गार्डियन' की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारी रविवार को तियानमेन स्क्वेयर के पूर्वोत्तर में लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फीजिया गांव की सड़कों पर एकत्र हुए। आपको बता दें कि दाक्सिंग जिले में पिछले महीने की गई कार्रवाई के बाद हजारों प्रवासी मजदूर बेघर हो गए थे।
प्रवासियों के खिलाफ निष्कासन और विध्वंस अभियान की निंदा करते वाली यह दुर्लभ रैली छोटी जरूर थी लेकिन अपने आप खास महत्व रखती है। रिपोर्ट ने कार्यकर्ताओं के हवाले से बताया कि प्रशासन द्वारा प्रवासी श्रमिकों की संख्या को कम करने के प्रयास के तहत हजारों श्रमिकों को नवंबर के बाद बीजिंग के आसपास उनके घरों से जबरन निकाला गया है। यह कार्रवाई एक बस्ती में भीषण अग्निकांड के बाद हुई है। 18 नवंबर को दाक्सिंग में हुए उस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई थी।
आपको बता दें कि स्थानीय प्रशासन ने 26 नवंबर को चेतावनी दी थी कि सभी अस्थायी निवासों की बिजली और पानी की सप्लाई 15 दिसंबर को काट दी जाएगी। प्रशासन ने कहा था कि इस दिन के पहले सभी किराएदार और बिजनस करने वाले वह जगह खाली कर दें। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी नियंत्रित प्रेस ने इस विरोध प्रदर्शन की कोई कवरेज नहीं की लेकिन प्रदर्शन स्थल के वीडियो और तस्वीरें ऑनलाइन वायरल हो गई हैं।
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