बीजिंग: चीन ने कोरियाई शांति वार्ता के संबंध में उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के रुख में परिवर्तन के लिए खुद की किसी भी प्रकार की भूमिका को खारिज किया है। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम को रुख में परिवर्तन के लिए चीन की तरफ इशारा किया था। ट्रंप का कहना था कि चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात करने के बाद किम जोंग-उन के रवैये में बदलाव आ गया था। हालांकि उन्होंने साफतौर पर चीन पर आरोप नहीं लगाया था और कहा था कि ऐसा भी हो सकता है कि कुछ न हुआ हो।
सिंगापुर में अगले महीने प्रस्तावित बैठक के रद्द होने में चीन की भूमिका पर संदेह खड़ा करते हुए ट्रंप ने 3 दिन पहले कहा था, ‘मेरे ख्याल से शी से मुलाकात के बाद किम जोंग-उन के रवैये में बदलाव आ गया था। किम जोंग-उन के दूसरी बार चीन छोड़ने के बाद एक तरह का अंतर देखा गया। राष्ट्रपति शी पोकर के विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं।’ ट्रंप ने कहा था,‘हो सकता है कि कुछ भी नहीं हुआ हो। मैं किसी पर दोषारोपण नहीं कर रहा। लेकिन दूसरी बैठक के बाद उत्तर कोरियाई रवैये में अंतर आ गया था।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चीन के राष्ट्रपति के साथ उनके व्यक्तिगत रिश्ते अच्छे हैं।
ट्रंप के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा,‘जहां तक चीन की भूमिका का सवाल है, हम कई बार यह कह चुके हैं कि चीन ने कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु मुद्दे को लेकर हमेशा सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका निभाई है।’ उन्होंने कहा,‘हमारे उद्देश्य निश्छल हैं। वास्तव में हमारा मानना है कि पक्षों को प्रायद्वीप के परमाणु निशस्त्रीकरण और बातचीत के जरिये प्रायद्वीप में शांति एवं स्थिरता कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। हमारे रुख में कोई परिवर्तन नहीं आया है।’
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