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Hindi News विदेश एशिया म्यांमार के बॉर्डर पर 2000 किमी लंबी 'दीवार' बना रहा है चीन, स्थानीय लोगों में फैली दहशत

म्यांमार के बॉर्डर पर 2000 किमी लंबी 'दीवार' बना रहा है चीन, स्थानीय लोगों में फैली दहशत

अब सवाल यह उठता है कि म्यांमार के विरोध के बावजूद चीन यह दीवार क्यों बना रहा है? चीनी मीडिया का दावा है कि इस दीवार के बनने से म्यांमार से होने वाली अवैध घुसपैठ पर लगाम लगेगा। 

China Myanmar, China Myanmar Border, China Myanmar Southern Great Wall, China Border Myanmar- India TV Hindi Image Source : PIXABAY REPRESENTATIONAL चीन के दक्षिणी-पश्चिमी यून्नान प्रांत में 6 से 9 मीटर ऊंचे कंटीले तारों की इस दीवार को बनाने का काम भी शुरू हो गया है।

नैप्यीडॉ: चीन अपनी हरकतों से अपने पड़ोसियों को परेशान करने की कोशिशें करता ही रहता है। आपको चीन की मशहूर 'महान दीवार' के बारे में पता ही होगा, जो हजारों किलोमीटर लंबी होने की वजह से दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी तरफ खींचती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन 2000 किलोमीटर लंबी एक और 'दीवार' बना रहा है, लेकिन इसने आसपास के लोगों में दहशत पैदा कर दी है। दरअसल, चीन कंटीले तारों की मदद से म्यांमार की सीमा पर बाड़ लगा रहा है। इस बाड़ के निर्माण के चलते म्यांमार के स्थानीय लोगों में काफी दहशत है। बताया जा रहा है कि कुछ जगहों पर तो चीन ये 'दीवार' बॉर्डर के बिल्कुल पास बना रहा है, जिसका म्यांमार ने विरोध भी किया है।

आखिर क्यों इतनी लंबी दीवार बना रहा है चीन?
अब सवाल यह उठता है कि म्यांमार के विरोध के बावजूद चीन यह दीवार क्यों बना रहा है? चीनी मीडिया का दावा है कि इस दीवार के बनने से म्यांमार से होने वाली अवैध घुसपैठ पर लगाम लगेगा। बताया जा रहा है कि चीन के दक्षिणी-पश्चिमी यून्नान प्रांत में 6 से 9 मीटर ऊंचे कंटीले तारों की इस दीवार को बनाने का काम भी शुरू हो गया है। वहीं, रेडियो फ्री एशिया का कहना है कि चीन इस दीवार को अपने यहां के असंतुष्टों को फरार होने से रोकने के लिए बना रहा है। बता दें कि इससे पहले चीन ने म्‍यांमार के शान राज्‍य से सटी सीमा पर भी कटीले तार लगाना शुरू किया था जिसका म्यांमार की सेना ने काफी विरोध किया था।

म्यांमार के विरोध को चीन ने कर दिया अनसुना
चीन ने म्यांमार के विरोध को पूरी तरह अनसुना कर दिया है और दीवार बनाने का काम बदस्तूर जारी रखा है। म्यांमार मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश की सेना 1961 में हुई सीमा संधि के आधार पर आपत्ति जताई है, जिसमें यह साफ लिखा है कि सीमांकन के 10 मीटर के अंदर किसी भी ढांचे का निर्माण नहीं किया जा सकता। रेडियो फ्री एशिया ने कहा है कि चीन इस प्रॉजेक्ट को 'दक्षिणी महान दीवार' के नाम से चला रहा है और इस परियोजना का पहला चरण भी पूरा हो गया है जिसमें 650 किलोमीटर बाड़ लगाई जा चुकी है। चीन 2022 तक म्यांमार की सीमा से लगती हुई यह 2000 किलोमीटर की दीवार बना लेना चाहता है।

क्यों दहशत में हैं म्यांमार के स्थानीय निवासी?
चीन की इस नई दीवार से म्यांमार के लोगों में दहशत है क्योंकि इस बाड़ में बिजली का करंट भी दौड़ाया जाएगा। म्यांमार के लोगों को डर है कि कहीं गलती से भी वे या उनके मवेशी इस बाड़ के नजदीक गए तो उन्हें नुकसान हो सकता है। साथ ही इन बाड़ों में इंफ्रारेड सेंसर के साथ शक्तिशाली कैमरे लगाए जाने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि इस दीवार के बनने से सबसे ज्यादा नुकसान चीन के उन असंतुष्टों को होगा जो म्यांमार या फिर वियतनाम के रास्ते देश छोड़कर भाग जाते थे। दीवार के बन जाने के बाद उनके लिए चीन से पलायन कर पाना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा।

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