देखिए तस्वीरें- धूल की आंधी आई और 341 लोगों को 'उड़ा' ले गई! चीन में मचा हाहाकार
चीन की मीडिया के अनुसार, धूल भरी आंधी आने के बाद से मंगोलिया और आसपास के इलाकों में 341 लोग लापता हो गए हैं।
बीजिंग (चीन): चीन की राजधानी बीजिंग में दशक का सबसे भयानक सैंडस्टॉर्म (धूल की आंधी) आया है। 15 मार्च 2021 को आए इस तूफान के कारण पूरा बीजिंग शहर पर पीले रंग की धूल की चादर में ढक गया। कई इलाकों में तो इतनी ज्यादा धूल रही कि सड़कों पर वाहनों की हेडलाइटें जलाकर चलना पड़ा।
तेज हवा और कम दिखाई देने के कारण सैकड़ों हवाई यात्राएं रद्द करनी पड़ीं। बीजिंग के दो महत्वपूर्ण हवाई अड्डों पर करीब 400 से ज्यादा हवाई यात्राओं को कैंसिल किया गया। चीन ने बीते दस सालों में ऐसा सैंडस्टॉर्म नहीं देखा था। इसके कारण लोगों को दिन में भी अपने घरों की लाइट्स जलानी पड़ीं।
सड़कों पर वाहन लेकर निकले लोगों को भी देखने में परेशानी हुई। पूरे शहर में घने पीले और भूरे रंग की धूल भरी आंधी आई। इसके कारण विजिविटी एकदम कम हो गई। लोगों को अपने पास की चीजें देखने के लिए भी संघर्ष करना पड़ा। गौरतलब है कि यह धूल भरी आंधी मंगोलिया के पठारों से उड़ी धूल की वजह से आई है।
सैंडस्टॉर्म के कारण चीन के मेट्रोलॉजिकल एडमिनिस्ट्रेशन ने सोमवार को बीजिंग और आसपास के इलाके में यलो अलर्ट जारी कर दिया। यह सैंडस्टॉर्म (धूल की आंधी) इनर मंगोलिया से शुरू होकर गांसू (Gansu), शांसी (Shanxi) और हेबेई (Hebei) प्रांत तक फैली थी और यह सभी प्रांत राजधानी बीजिंग से सटे हैं।
धूल भरी आंधी के कारण बीजिंग का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बहुत बढ़ गया। कुछ जगहों पर AQI 1000 भी भी दर्ज किया गया। यह प्रदूषण और स्वास्थ्य के हिसाब से बेहद खतरनाक है। बीजिंग में AQI अधिकतम स्तर 500 पर पहुंचा। कई इलाकों में PM 10 पार्टिकल का स्तर 2000 माइक्रोग्राम्स प्रति क्यूबिक मीटर तक भी दर्ज किया गया।
सांस के रोगियों के लिए खतरनाक PM 2.5 पार्टिकल का स्तर 300 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक दर्ज किया है जबकि चीन का स्टैंडर्ड PM 2.5- 35 माइक्रोग्राम है। वहीं, जहां से यह धूल भरी आंधी शुरू हुई वहां इनर मंगोलिया में पर PM 10 पार्टिकल का स्तर 8000 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से भी ज्यादा दर्ज किया गया।
चीन की मीडिया के अनुसार, धूल भरी आंधी आने के बाद से मंगोलिया और आसपास के इलाकों में 341 लोग लापता हो गए हैं। वहीं, चीन ने निंगशिया (Ningxia) शहर के लोगों ने बताया कि वह रात में (रविवार की रात) भी नहीं सो पाए थे। सांस लेने में परेशानी होने के कारण जाग गए थे। इसका मतलब है कि रात से ही प्रदूषण बढ़ने लगा था।
बीजिंग अक्सर मार्च और अप्रैल के महीने में सैंडस्टॉर्म से जूझता है। माना जाता है कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गोबी रेगिस्तान करीब में ही है। इसके अलावा चीन में पेड़ों की कटाई भी बड़े पैमाने पर जारी है, जिससे पर्यावरण बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। रेगिस्तान से उड़ने वाली धूल अक्सर बीजिंग और आसपास के इलाके को घेर लेती है।