नई दिल्ली। गलवान घाटी में भारतीय सेनाओं के साथ संघर्ष में चीन को हुआ नुकसान अब अपना असर दिखाने लगा है। चीन के द्वारा मरने वाले सैनिकों की संख्या के ऐलान के बाद चीन में ही सवाल उठने लगे हैं। हाल ये है कि चीन की सरकार सवाल उठाने वालों पर ही कार्रवाई कर रही है।
क्या है मामला
चीन ने ऐलान किया था कि गलवान घाटी में भारतीय सेनाओं के साथ संघर्ष में उसके 4 सैनिक मारे गए थे। इस पर चीन के एक खोजी पत्रकार और कई ब्लॉगर ने सवाल खड़े कर दिए हैं। मीडिया में आई खबर के मुताबिक चीन के एक पूर्व पत्रकार क्यू जिमिंग ने साफ कहा कि इस संघर्ष में मरने वाले चीनी सैनिकों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है। कई दूसरे सैनिकों की मौत तब हुई जब वो दूसरे सैनिकों की मदद के लिए आ रहे थे। इसके साथ ही उन्होने सवाल उठाए कि चीन की सरकार को इस बात को मानने में 8 महीने क्यों लग गए। जिमिंग के सोशल मीडिया वेबसाइट वीबो पर 25 लाख फॉलोअर हैं और वो बड़े मीडिया संस्थानों से जुड़े रहे हैं। ऐसे ही सवाल दूसरे ब्लॉगर ने भी चीन की सरकार को लेकर उठाए हैं।
भारत सरकार पर क्या कहा चीन के ब्लॉगर ने
जिमिंग ने कहा कि चीन से अलग भारत ने तुरंत ही अपने शहीद सैनिकों की संख्या का ऐलान कर दिया। भारत के तुरंत ऐलान करने से लगता है कि संघर्ष में जीत भारत की हुई थी और उन्हें संघर्ष में कम नुकसान हुआ था। इसलिए उन्होने शहीदों की जानकारी तुरंत सामने रख दी।
चीन सरकार ने की क्या कार्रवाई
मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक सवाल उठाए जाने के बाद चीन की सरकार ने पूर्व पत्रकार के साथ 3 अन्य ब्लॉगर को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर झूठी बातों के प्रचार का आरोप है। इनके सोशल मीडिया अकाउंट को भी बंद कर दिया गया है। हालांकि ये गिरफ्तारी चीन में बड़ा मामला बनती जा रही है, कल लोग इन पत्रकारों और ब्लॉगर के पक्ष में आ रहे हैं।
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