क्या चीन ने किया अमेरिकी एयरबेस पर 'हमला'? जारी किया हैरान करने वाला वीडियो
Andersen Air Force Base Guam: चीन की वायु सेना ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें गुआम के अमेरिकी प्रशांत द्वीप पर एंडरसन एयर फोर्स बेस पर एक नकली हमले का दृश्य दिखाया गया है।
भारत के साथ सीमाई विवाद में उलझा चीन अब अमेरिका से भी पंगा लेने लगा है। चीन की वायु सेना ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें गुआम के अमेरिकी प्रशांत द्वीप पर एंडरसन एयर फोर्स बेस पर एक नकली हमले का दृश्य दिखाया गया है। दरअसल ये वीडियो कम्प्यूटर पर सिम्युलेशन के माध्यम से तैयार किया गया है। खास बात यह है कि इस वीडियो में परमाणु सक्षम एच -6 बमवर्षकों से हमला करते दिखाया गया है। रॉयटर्स की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक चीनी सेना ने इस नकली हमले को दिखाते हुए एक वीडियो जारी किया गया है।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स ने वीबो अकाउंट पर शनिवार को यह वीडियो जारी किया। यह वीडियो 2 मिनट 15 सेकेंड का है। बता दें कि यह वीडियो तब आया, जब चीन ताइवान के पास पिछले दो दिनों से ड्रिल कर रहा है। खास बात यह है कि यह ड्रिल उस वक्त हो रही है जब अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी की ताइपे की यात्रा पर हैं।
यह वीडियो किसी हॉलीवुड फिल्म के ट्रेलर की तरह दिखाई देता है। इसे नाटकीय संगीत के साथ तैयार किया गया है। वीडियो में चीन के एच-6 बमवर्षकों को रेगिस्तान में बने एयरफोर्स बेस से उड़ान भरता दिखाया गया। वीडियो में कहा गया 'द गॉड ऑफ वार H-6K गोज ऑन द अटैक।' बता दें कि H-6K बॉम्बर का लेटेस्ट मॉडल है, जो 1950 के पुराने सोवियत टीयू-16 पर आधारित है।
इस वीडियो में दिख रहा है कि आधे रास्ते से, एक पायलट एक बटन दबाता है और अज्ञात समुद्र तटीय रनवे पर एक मिसाइल फट जाती है। जैसे ही मिसाइल रनवे पर आती है, उसी समय सैटेलाइट से एक फोटो दिखाई जाती है जो बिल्कुल एंडरसन एयर बेस के लेआउट जैसा दिखता है। धमाके के हवाई दृश्यों के साथ जमीन के हिलने की तस्वीरों के साथ म्यूजिक बंद हो जाता है। वायु सेना की ओर से वीडियो के लिए एक संक्षिप्त विवरण भी लिखा गया है जिसमें कहा गया, 'हम मातृभूमि की हवाई सुरक्षा के रक्षक हैं; हमारे पास मातृभूमि के आकाश की सुरक्षा का भरोसा रखने और विश्वास करने की योग्यता है।'
बता दें कि प्रशांत महासागर में बसा गुआम हवाई अड्डे सहित प्रमुख अमेरिकी सैन्य सुविधाओं का केंद्र है। गुआम प्रशांत महासागर क्षेत्र में किसी भी हमले को अंजाम देने के लिए अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। फिलहाल इस वीडियो पर न तो चीन के रक्षा मंत्रालय और न ही अमेरिकी-प्रशांत प्रशांत कमान ने कोई टिप्पणी की है।