BRICS SUMMIT: डोकलाम विवाद के बाद आज पहली बार मिलेंगे जिनपिंग और पीएम मोदी
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आज दूसरे दिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आज द्विपक्षीय बैठक होगी।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आज दूसरे दिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आज द्विपक्षीय बैठक होगी। इस बैठक से पहले ही भारत को एक बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल हुई जिसमें चीन ने भारत के साथ होने वाली बैठक में डोकलाम मुद्दे को लेकर कोई बातचीत नहीं करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ अपने अभियान में सोमवार को भारत को उस समय एक बड़ी कामयाबी मिली जब BRICS देशों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों के साथ-साथ तालिबान, इस्लामिक स्टेट और अलकायदा के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की मांग की। (BRICS में भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत, घोषणापत्र में लश्कर और जैश का नाम शामिल)
ब्रिक्स देशों के समूह ने सभी सरकारों से यह मांग की कि वे अपनी धरती पर आतंकी गतिविधियों और आतंकियों के वित्त पोषण को रोकने के लिए कदम उठाएं। ब्रिक्स देशों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों का नाम अपने घोषणापत्र में शामिल किया। यह भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी है क्योंकि चीन अपने खास दोस्त पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर हमेशा बचाता आया है। BRICS में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं।
- भारत और चीन दोनों ही बड़े देश हैं- चीन
- द्विपक्षीय बातचीत को लेकर भारत का सकारात्मक रुख: पीएम मोदी
- पीएम मोदी ने कहा, ब्रिक्स को और प्रासंगिक बनाने की जरूरत।
- पीएम मोदी ने गोवा के ब्रिक्स सम्मेलन का जिक्र किया।
- पीएम मोदी ने ब्रिक्स के सफल आयोजन के लिए चीन को बधाई दी।
- विवादों के बावजूद हम मुद्दों पर बातचीत को तैयार: चीन
- दोनों देशों के विवादों पर चीन ने दिखाया नरम रुख
- पिछले कई दिनों से हमारे बीच हालात बदले: चीन
- पंचशील समझौते के तहत हम आगे बढ़े: चीन
- द्विपक्षीय बातचीत को लेकर भारत काफी उत्साहित: मोदी
- पिछले दिनों हुए विवाद के बाद भी भारत-चीन के संबंध मजबूत: चीन
- सभी मुद्दों पर हम भारत से खुलकर बाच करेंगे: चीन
- मोदी-जिनपिंग के बीच खत्म हुई बातचीत।
ब्रिक्स नेताओं के इस सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर भारत की स्थिति को भी बयां किया और चरमपंथ से मुक्त करने के मुद्दे पर एक सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव दिया। आतंकवाद पर भारत की स्थिति को स्पष्ट करते हुए प्रीती सरन ने कहा कि आतंकवाद एक ऐसी आपदा है, जिससे संपूर्ण अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मिलकर निपटा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आप आतंकियों को अच्छे आतंकी और बुरे आतंकी के रूप में नहीं देख सकते। आतंकवाद के खिलाफ कार्वाई एक सामूहिक कार्रवाई है।’