सियोल: उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेताओं की पिछले महीने हुई मुलाकात के बाद से दोनों देशों के बीच की सीमा के नजदीक स्थित सुरक्षा संबंधी स्थलों पर पर्यटन में तेजी आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीमा के पास स्थित पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में 30 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले साल प्रति दिन यहां 1,200 से 2,300 पर्यटक पहुंचते थे, वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 1,500 से 3,000 तक पहुंच गई है। इन स्थलों में दक्षिण में घुसपैठ के लिए उत्तर कोरिया द्वारा निर्मित एक सुरंग और डोरा वेधशाला शामिल है, जिससे उत्तर कोरिया का केसोंग गांव दिखाई देता है।
स्थानीय सरकार ने पर्यटकों की संख्या में तेजी आने का श्रेय पिछले साल राजनयिक मनमुटाव के बाद चीनी शहरों द्वारा पैकेज टूर्स पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाए जाने को भी दिया है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने 27 अप्रैल को असैन्य क्षेत्र (डिमिलिटराइज्ड जोन) के संयुक्त सुरक्षा इलाके में एक ऐतिहासिक मुलाकात की थी। शिखर सम्मेलन में दोनों नेता प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण पर सहमत हुए थे।
हालांकि दोनों देशों में बेहतर हो रहे संबंधों को उस समय झटका लगा जब उत्तर कोरिया ने अमेरिका-दक्षिण कोरिया के बीच जारी सैन्य अभ्यासों को लेकर सोल की कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि अगर उसकी शिकायतों की ओर ध्यान नहीं दिया जाता है तो वह अंत: कोरियाई वार्ता में शामिल नहीं होगा। मन मुताबिक जवाब नहीं मिलने पर उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ होने वाली उच्चस्तरीय बैठक को भी ऐन मौके पर खारिज कर दिया था।
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