बांग्लादेश के नयापारा स्थित रोहिंग्या शरणार्थियों के कैंप में आग लगने से 500 से ज्यादा झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। इस हादसे में घऱों के साथ-साथ 150 दुकानें भी स्वाहा हो गईं। हालांकि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। आग लगते ही लोग अपनी-अपनी झोपड़ियों से सुरक्षित निकलने में सफल रहे। लोगों ने अपने-अपने साधनों से ही आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी लेकिन आग की लपटें काफी तेज थीं और देखते ही देखते कैंप की सैंकड़ों झोपड़ियां धू-धू कर जल उठीं।
आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड का दस्ता घटनास्थ पर पहुंच गया और आग पर काबू पाने की कोशिशों में जुट गया। बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। लेकिन तबतक आग की लपटों ने 500 से ज्यादा घरों को जलाकर राख कर दिया था। इस हादसे से करीब साढ़े तीन हजार लोग बेघर हो गए।
बांग्लादेश रिफ्यूजी सेल के हेड रिजवान हयात ने कहा कि यह घटना नयापारा कैंप में देर रात दो बजे के करीब घटी। ये झोपड़ियां टिन और बांस का इस्तेमाल करके अस्थाई तौर पर बनाई गई थीं। लेकिन आग की लपटों ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है। फिलहाल प्रभावित लोगों को गर्म खाना, बांस और तिरपाल दिये जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक नयापारा में 1990 से ही रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे थे। ये शरणार्थी म्यांमार से भागकर बांग्लादेश में आए थे और तब से वे कैंप में रह रहे थे।
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