ढाका: बांग्लादेश में बिजली गिरने की घटनाएं प्राकृतिक आपदा बन चुकी हैं क्योंकि आधिकारिक आंकड़े दर्शाते हैं कि देश में 2016 में 200 लोगों की मौत आकाशीय बिजली के चपेट में आने से हुई है। एक गैर सरकारी जांच संस्था के मुताबिक, बिजली गिरने के कारण मरने वालों की संख्या इससे अधिक होने की भी संभावना है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग कई बार इन मौतों की जानकारी पुलिस को नहीं देते हैं।
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पिछले साल मई में बिजली गिरने से देश भर में महज 3 दिनों में 59 लोगों की मौत हो गई, जिसके कारण सरकार ने इसका वर्णन प्राकृतिक आपदा के रूप में किया। अब बांग्लादेश सरकार ने 10 लाख ताड़ (पाम) के पेड़ को लगाने का फैसला किया है क्योंकि इसकी शाखाएं आकाशीय बिजली के प्रभाव को अवशोषित कर लेती हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी ने सरकार के आपदा प्रबंधन सचिव कमाल शाह के हवाले से बताया, ‘हमने पहले ही बिजली गिरने से होने वाली मौतों की संख्या को कम करने के प्रयासों के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पाम के पेड़ लगाने शुरू कर दिए हैं। इस साल जून तक हम 10 लाख पाम के पेड़ लगाएंगे।’
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