बीजिंग: चीन ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें शानदार नेता बताया है। अटल की तारीफ करते हुए चीन ने कहा कि उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत के करिश्माई नेताओं और प्रेरणादायी वक्ताओं में शामिल वाजपेयी का गुरुवार को नई दिल्ली में 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, ‘भारत के शानदार नेताओं में शामिल वाजपेयी ने चीन-भारत संबंधों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा कि चीन ने वाजपेयी के निधन पर उनके परिजनों और भारत के प्रति गहरी संवेदना जताई है। मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री ली केकियांग ने संवेदना संदेश भेजा है। वाजपेयी ने 2003 में चीन का दौरा किया जिस दौरान दोनों पक्षों ने सीमा विवाद के समाधान के लिए विशेष प्रतिनिधि प्रणाली का गठन किया था। वर्ष 1998 में परमाणु परीक्षण से लेकर 2003 में नयी सीमा वार्ता प्रक्रिया शुरू करने तक अटल बिहारी वाजपेयी को भारत की चीन नीति का वास्तुकार माना जाता है।
चाईना रिफॉर्म फोरम में सेंटर फॉर स्ट्रैटजिक स्टडीज के निदेशक मा जियाली ने कहा कि वर्ष 2003 में वाजपेयी की चीन यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में काफी स्थिरता आई। उन्होंने कहा, ‘वाजपेयी के शासनकाल के दौरान भारत-चीन संबंधों में काफी सुधार आया। वर्ष 2003 के दौरे के बाद भारत-चीन के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में काफी सुधार हुआ।’ भारत के साथ सीमा विवाद में लंबे समय तक वार्ताकार रहे दाई बिंगुओ ने 2016 में अपने संस्मरण में लिखा कि वाजपेयी चीन-भारत सीमा विवाद को जल्द सुलझाने के लिए इच्छुक थे लेकिन 2004 के आम चुनावों में हारने के कारण यह अवसर खत्म हो गया।
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