काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में पारसियों के नए साल ‘नवरोज’ के जश्न के बीच बुधवार को हुए एक आत्मघाती हमले में कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई। यह विस्फोट शिया मस्जिद की ओर जाने वाली एक सड़क पर हुआ। लोक स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पैदल आए एक आत्मघाती हमलावर के इस हमले में 52 लोग घायल भी हुए हैं। यह हमला सरकार के कड़ी सुरक्षा के दावे के बावजूद हुआ है जो उसने जनवरी में हुए हमले में 100 लोगों की मौत के बाद किया था।
जिहादी वेबसाइटों पर नजर रखने वाले SITE खुफिया समूह के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इस दुर्दांत आतंकी संगठन ने दावा किया कि हमले का लक्ष्य‘ नवरोज का जश्न मनाने आए शियाओं’ को निशाना बनाना था।’ अफगानिस्तान में पारसी नव वर्ष ‘ नवरोज’ पर राष्ट्रीय अवकाश होता है और देश के अल्पसंख्यक शिया आमतौर पर जश्न मनाने मस्जिद जाते हैं। इस्लामिक स्टेट के सुन्नी अतिवादी बार-बार शियाओं को निशाना बनाते हैं।
काबुल के पुलिस प्रमुख जनरल दाउद अमीन ने कहा कि यह हमला साखी मस्जिद से करीब एक किलोमीटर दूर काबुल विश्वविद्यालय और एक सरकारी अस्पताल के नजदीक हुआ जहां पारंपरिक पारसी नववर्ष नवरोज के अवसर पर बड़ी संख्या में अफगाननागरिक एकत्र हुये थे। दाउद नेबताया कि हमलावर सड़क परस्थित पुलिस जांच चौकी से बच निकलने में सफल रहा। उन्होंने बताया कि सुरक्षा चूक की जांच की जा रही है और अगर कोई अपने कर्तव्य में लापरवाही बरतता हुआ पाया गया तो उसे सजा दी जाएगी।
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