इस्लामाबाद: वित्तीय कार्रवाई कार्य बल FATF ने आतंकवाद को देश में पालने के चलते पाकिस्तान को 'ग्रे सूची' में डाला है। FATF के इस कदम के बाद पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाए हैं। पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को आर्थिक मदद देने के आरोप में FATF ने यह कदम उठाया है। इस फैसले के बाद पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहम्मद आजम ने कहा कि FATF पर अमेरिका और भारत का ज्यादा दबाव है। आजम ने आगे कहा कि, इस देशों ने चीन और सऊदी अरब से कहा है कि यह पाकिस्तान की मदद ना करें। (उत्तर कोरिया से अभी भी परमाणु खतरा बना हुआ है: माइक पोम्पियो )
गौरतलब है कि, पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों को होने वाली फंडिंग पर करारी चोट करने के लिए वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) को 26 सूत्री विस्तृत कार्य योजना सौंपी है ताकि पाकिस्तान खुद को एफएटीएफ द्वारा काली सूची (ब्लैक लिस्ट) में डाले जाने से बच सके। जिन आतंकवादी संगठनों की फंडिंग पर चोट करने की योजना है उनमें मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की अगुवाई वाला जमात - उद - दावा और उसके कई सहयोगी संगठन भी शामिल हैं। मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली है।
एफएटीएफ एक अंतर - सरकारी निकाय है जिसका गठन धनशोधन , आतंकवादियों के वित्तपोषण और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था को किसी तरह के अन्य खतरे से मुकाबले के लिए किया गया था। इसकी स्थापना 1989 में हुई थी।
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