नई दिल्ली। पाकिस्तान के लिए अफगानिस्तान एक ऐसी जगह है जिसके नाम पर वह पूरी दुनिया से मदद के नाम पर माल बटोरता आया है और अब आगे भी ऐसा ही करेगा। अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी है।
अमरुल्लाह सालेह ने पूरी दुनिया को बताया है कि कैसे पहले पाकिस्तान सोवियत संघ के खिलाफ लड़ाई के नाम पर पूरी दुनिया से अरबों डॉलर की आर्थिक सहायता ली और फिर आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई के नाम पर माल बटोरा और अब पाकिस्तान के लिए अफगानिस्तान में आतंकी संगठन IS-खुरासन नई 'दुधारू गाय' बन गया है।
अमरुल्ला सालेह ने अपने एक ट्वीट संदेश में कहा है कि, "रणनीतिक और आर्थिक तौर पर पाकिस्तान के लिए अफगानिस्तान इस साल 15 अगस्त तक सबसे ज्यादा लाभ देता रहा है। 1978-1992 तक पाकिस्तान को सोवियत संघ के विरुद्ध संघर्ष के नाम पर अरबों डॉलर मिले और फिर 2001 से 2021 तक आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई के नाम पर अरबों डॉलर मिले। अब क्या IS-खुरासन अफगानिस्तान में पाकिस्तान के लिए नई दुधारू गाय बन गया है।"
आपको बता दें कि अगस्त महीने में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अमरुल्लाह सालेह ने काबुल छोड़ दिया था और तालिबान के सामने घुटने टेकने से साफतौर पर मना कर दिया। काबुल से निकलकर सालेह ने पहले पंजशीर घाटी में अपना ठिकाना बनाया लेकिन जब तालिबान पंजशीर घाटी में दाखिल हुआ तो फिर सालहे के विदेश भागने की खबरें समाने आई थीं। लेकिन समय समय पर ट्वीट कर सालेह ने ये साबित करने की कोशिश की है कि वे तालिबान के खिलाफ जंग में जुटे हुए हैं।
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