इस्लामाबाद: पाकिस्तान सरकार के एक आतंरिक आकलन में निष्कर्ष निकाला गया है कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ने का जोखिम खत्म हो गया है। ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के मुताबिक दोनों पड़ोसी देशों के बीच रिश्तों की मौजूदा स्थिति पर पृष्ठभूमि सहित ब्यौरे दिए जाने के दौरान एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह आकलन साझा किया। अधिकारी ने कहा, “तनाव में साफ तौर पर कमी दिख रही है।”
कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से किए गए हमले में सीआरपीएफ के 40 कर्मी शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद से पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ गया था। इस घटना को लेकर बढ़ते आक्रोश के बीच भारतीय वायुसेना ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाते हुए 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के सबसे बड़े प्रशिक्षण केंद्र पर हवाई हमला किया। इसके अगले दिन पाकिस्तानी वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई की और हवाई संघर्ष में मिग-21 विमान को मार गिराया तथा भारतीय पायलट को कैद कर लिया जिसे एक मार्च को भारत को सौंप दिया गया।
अखबार में कहा गया कि ऐसी आशंका थी कि भारत इस संकट को और ऊपर ले जाने के लिए और हवाई हमले कर सकता है या स्थिति को और खींच सकता है। यह पूछने पर कि देश में (भारत में) चुनाव से पहले क्या भारत की ओर से अन्य किसी घटना को अंजाम दिए जाने की पाकिस्तान को आशंका है, अधिकारी ने पूरे आत्मविश्वास से जवाब दिया, “भारत की ओर से ऐसी आक्रामक कार्रवाई के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।” समाचारपत्र में कहा गया कि सरकार के इस आकलन को स्पष्ट तौर पर कूटनीतिक प्रयासों से जोड़ कर देखा जा रहा है जिसमें कई क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पक्ष शामिल हैं जो दोनों देश के बीच तनाव कम होते हुए देखना चाहते हैं।
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