काबुल: अफगानिस्तान लगातार संघर्ष क्षेत्र में रिपोर्टिंग करनेवाले पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देश साबित हो रहा है। यहां अब तक 14 मीडियाकर्मियों की मौत हो चुकी है। काबुल में पांच सितंबर को आत्मघाती हमले की लाइव रिपोर्टिंग करने के कुछ क्षण बाद ही हुए एक कार विस्फोट में पत्रकार समीम फरामार्ज की मौत हो गई। उनके साथ ही कैमरामैन रमीज अहमदी की भी मौत हो गई।
तोलो न्यूज में काम कर रहे फरामार्ज के सहकर्मियों ने पत्रकार की मौत की लाइव रिपोर्टिंग लगभग रोते हुए की थी। युद्ध शुरू होने के बाद अब तक एक साल में मारे गए पत्रकारों की यह संख्या सबसे ज्यादा है। रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के मुताबिक 2001 में अफगानिस्तान पर अमेरिकी हमले के बाद अब तक 60 पत्रकारों की मौत यहां हो चुकी है।
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