कश्मीर पर पाकिस्तान करना चाहता था भारत विरोधी कार्यक्रम, अफगानी होटल ने कहा- इजाजत नहीं है
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित एक आलीशान होटल ने पाकिस्तानी दूतावास द्वारा आयोजित एक भारत विरोधी कार्यक्रम को रद्द कर दिया।
काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित एक आलीशान होटल ने पाकिस्तानी दूतावास द्वारा आयोजित एक भारत विरोधी कार्यक्रम को रद्द कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी दूतावास को उस वक्त मुंह की खानी पड़ी जब कश्मीर मुद्दे पर भारत विरोधी आयोजन के लिए होटल अनुमति देने से मना कर दिया। हालांकि, इसके लिए पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारियों ने 'अफगान सरकार के दबाव' को वजह बताया है लेकिन अफगानिस्तान सरकार की तरफ से ऐसी कोई भी बात सामने नहीं आई है।
पाकिस्तान ने किया बुकिंग रद्द होने का विरोध
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार द्वारा देश और दुनिया में बुधवार को 'कश्मीर एकजुटता दिवस' मनाया गया। इसके तहत देश के साथ-साथ विदेश में भी आयोजन किए गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'कश्मीर एकजुटता दिवस' कार्यक्रम इस अंतरराष्ट्रीय होटल में बुधवार को आयोजित किया जाना था, लेकिन होटल ने आयोजन से कुछ घंटे पहले इसकी इजाजत देने से इनकार कर दिया। अपनी फजीहत होते देख पाकिस्तानी दूतावास ने अफगानिस्तान विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर बुकिंग रद्द होने का विरोध किया।
‘सरकार ने दिया बुकिंग रद्द करने का आदेश’
रिपोर्ट में पाकिस्तानी दूतावास के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है, ‘होटल को आयोजन स्थल के रूप में एक हफ्ता पहले चुना गया था। होटल प्रबंधन ने पहले सुरक्षा कारणों से कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने से मना किया। प्रबंधन ने मंगलवार शाम 4:30 बजे दूतावास को इस बारे में बताया। जब हमने होटल प्रबंधन से पूछा कि अब सभी इंतजाम हो चुके हैं, दावतनामे भेजे जा चुके हैं, तब अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है। इस पर होटल प्रबंधन ने कहा कि उन्हें 'अफगान सरकार के उच्चपदस्थ लोगों की तरफ से' होटल के हाल की बुकिंग को रद्द करने और आयोजन नहीं होने देने के लिए कहा गया है।’
‘बाद में कार्यक्रम दूतावास में शिफ्ट किया गया’
अधिकारी ने कहा, ‘अफगान सरकार के दबाव के कारण होटल प्रबंधन ने कश्मीर पर आयोजन को रद्द कर दिया। हमने इस्लामी सहयोग संगठन के देशों के राजदूतों, अफगान राजनेताओं, सांसदों और मीडिया को कार्यक्रम के लिए न्योता दिया था। बाद में इस कार्यक्रम को दूतावास में शिफ्ट कर दिया गया।’ मीडिया रिपोर्ट में इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि इस पर अफगानिस्तान सरकार की तरफ से कोई टिप्पणी की गई है या नहीं। गौरतलब है कि भारत की ही तरह अफगानिस्तान भी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से प्रभावित रहा है और इस वजह से उसके संबंध पाकिस्तान के साथ तल्ख बने हुए हैं।
लोगों ने लगाए ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे
इस बीच बड़ी संख्या में लोगों ने पाकिस्तानी दूतावास के बाहर पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘पाकिस्तान दुश्मन है’ जैसे संदेशों वाली तख्तियां लेकर प्रदर्शनकारी पश्तून तहफुज आंदोलन के प्रमुख मंजूर पश्तीन को रिहा करने की मांग कर रहे थे। पश्तून तहफुज आंदोलन पाकिस्तान में जातीय पश्तून लोगों की सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा था। पश्तीन (27) को पिछले महीने पेशावर में 9 समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया था।