रूस के पास समंदर में हुए जहाज हादसे में छह भारतीय नाविकों की मौत, छह लापता
कर्च जलसंधि में दो जहाजों में आग लगने की घटना के बाद कम-से-कम छह भारतीय नाविकों की मौत हो गई और छह लापता हो गये।
मास्को/नयी दिल्ली: कर्च जलसंधि में दो जहाजों में आग लगने की घटना के बाद कम-से-कम छह भारतीय नाविकों की मौत हो गई और छह लापता हो गये। लापता नाविकों की तलाश के लिए रूस ने बुधवार को फिर अभियान शुरू किया। इन दोनों जहाजों के चालक दल में भारतीय और तुर्की सदस्य शामिल थे। क्रीमिया को रूस से अलग करने वाली कर्च जलसंधि में सोमवार को दो जहाजों में आग लगने के बाद 10 लापता लोगों की तलाशी के लिए रूसी अधिकारियो ने बुधवार को फिर से तलाशी अभियान शुरू किया। जिस स्थान पर हादसा हुआ वह रूस का जलक्षेत्र है।
दुर्घटनाग्रस्त हुये कैंडी नामक जहाज के चालक दल में 17 सदस्य शामिल थे। जिसमें नौ तुर्की और आठ भारतीय नागरिक थे। दूसरे पोत माइस्त्रो के चालक दल में 15 सदस्य थे जिनमें तुर्की के सात, भारत के सात और लीबिया का एक नागरिक था। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘हमें यह बताते हुए दुख है कि जहाज दुर्घटना में जान गंवाने वालों में भारतीय नाविक भी शामिल हैं।’’
मृतकों की पहचान पिनल कुमार भरतभाई टंडेल, विक्रम सिंह, सरवनन नागराजन, विशाल डोड, राजा देवनारायण पाणिग्रही और करनकुमार हरिभाई टंडेल के रूप में की गई है। छह लापता भारतीय नाविकों में सिद्धार्थ मेहर, नीरज सिंह, सेबेस्टियन ब्रिटो ब्रीजलिन सहायराज, रिषिकेश राजू सकपाल, अक्षय बाबन जाधव और आनंदसेकर अविनाश शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा कि आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर मृतक के शव को भारत वापस लाने के लिए व्यवस्था की जा रही है। संचार महानिदेशक केंद्र, इंडियन रजिस्ट्री ऑफ मुंबई के माध्यम से अन्य नाविकों को भी लाने की व्यवस्था की जा रही है। चार भारतीय नाविकों- हरीश जोगी, सचिन सिंह, आशीष अशोक नायर और कमलेशभाई गोपालभाई टंडेल को अधिकारियों ने बचा लिया है।
मृतकों की पहचान के बारे में रूस और क्रीमिया ने कुछ नहीं कहा है लेकिन तुर्की ने कहा है कि आग की घटना में उसके चार नागरिक मारे गए, आठ लोगों को बचा लिया गया और चार लोग लापता हैं। भारतीय अधिकारियों ने पूर्व में कहा था कि घटना में प्रभावित भारतीय नागरिकों के बारे में और सूचना हासिल करने तथा जरूरी सहायता प्रदान करने के लिए मास्को में भारतीय दूतावास रूस की संबंधित एजेंसियों से लगातार संपर्क में है।
दोनों जहाजों पर तंजानिया का झंडा लगा हुआ था। इनमें से एक पोत द्रवीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) ले जा रहा था जबकि दूसरा एक टैंकर जहाज था। आग उस वक्त लगी जब इनमें से एक पोत दूसरे पोत को ईंधन दे रहा था। समुद्री और नदी परिवहन के लिए रूस की संघीय एजेंसी ने बताया कि घटना के बाद लापता नाविकों की खोज का काम बुधवार को फिर शुरू किया गया।
समुद्री बचाव सेवा के स्थानीय विभाग ने कहा है कि मंगलवार को नाविकों को क्रीमिया के कर्च पहुंचाने वाली मरक्यूरी नौका को वापस घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। एक प्रवक्ता ने बताया कि मरक्यूरी नौका घटनास्थल की ओर गयी है और यह आग बुझाने तथा नाविकों की तलाश में मदद करेगी । एक विशेष पोत स्पासटेल डेमीडोव भी आग बुझाने के काम में जुटा हुआ है ।
क्रीमिया आपदा मेडिसीन एंड ऐंबुलेंस सेंटर के प्रमुख सरजेई ओलेफिरेनको ने बुधवार को बताया कि कर्च जलसंधि में बचाए गए नाविकों की स्थिति ठीक है।