तालिबान के 50 लड़ाकों ने किया सरेंडर, हथियार और गोला-बारूद भी सौंपे
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान में जारी हिंसा के बीच तालिबान के कम से कम 50 आतंकियों ने देश के उत्तरी प्रांत जज्जान में हथियार डाल दिए।
काबुल: अफगानिस्तान के कई इलाकों में इस समय तालिबान और अफगान सुरक्षा बल भीषण लड़ाई में उलझे हुए हैं। इस बीच खबर आ रही है कि जज्जान में कम से कम 50 तालिबान लड़ाकों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान में जारी हिंसा के बीच तालिबान के कम से कम 50 आतंकियों ने देश के उत्तरी प्रांत जज्जान में हथियार डाल दिए। मंत्रालय के उपृप्रवक्ता फवाद अमन ने ट्विटर पर लिखा, ‘50 तालिबान आतंकियों ने अपने हथियारों और गोला-बारूद के साथ अफगानिस्तान के राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकारी ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों की तस्वीरें और फुटेज के साथ विवरण जल्द ही मीडिया के साथ साझा किया जाएगा। तालिबान ने अब तक इस रिपोर्ट पर कोई बयान जारी नहीं किया है। बता दें कि जज्जान प्रांत हाल के दिनों में तालिबान और अफगानिस्तान के सरकारी सुरक्षाबलों के बीच भीषण लड़ाई का गवाह रहा है। तालिबान के आंतकवादियों ने प्रांत पर कब्जा करने की कोशिश में यहां की राजधानी शिबरघन को घेर लिया था। इस बीच अफगान वायु सेना ने उत्तरी अफगानिस्तान में तालिबान के और आगे बढने के बाद दक्षिणी हिस्से में विद्रोहियों के ठिकानों पर गुरुवार को और हवाई हमले किए हैं।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि हवाई हमले पूरे देश में किए गए, दक्षिणी हेलमंद प्रांत में भी जहां प्रांतीय राजधानी लश्कर गाह में कड़ा संघर्ष जारी है। तालिबान का शहर के 10 पुलिस जिलों में से 9 पर नियंत्रण है। लश्कर गाह के निवासियों ने सरकारी रेडियो और टेलीविजन केंद्र के पास भारी बमबारी की जानकारी दी है। कई मैरिज हॉल और प्रांतीय गवर्नर का गेस्ट हाउस रेडियो एवं टीवी केंद्र के पास स्थित हैं। सार-ए-पुल की परिषद के प्रमुख, मोहम्मद नूर रहमानी ने बताया कि उत्तरी अफगानिस्तान में, तालिबान ने प्रांतीय राजधानी के अधिकांश हिस्सों पर अपना कब्जा जमा लिया है।
हाल के महीनों में, संगठन ने उत्तर के कई प्रांतों के जिलों पर कब्जा कर लिया है। अप्रैल माह के अंत में अमेरिकी एवं नाटो सैनिकों की अंतिम वापसी की शुरुआत के साथ ही तालिबान के हमले बढ़ गए हैं। इसके साथ ही अफगान सुरक्षा बलों ने अमेरिका की मदद से हवाई हमले बढ़ा कर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे देश भर में असैन्य नागरिकों के हताहत होने की चिंता बढ़ गई है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बुधवार को कहा था, ‘हम लश्कर गाह में लोगों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं जहां लाखों लोग लड़ाई के चलते फंसे हो सकते हैं। हम, अफगानिस्तान में हमारे मानवीय साझेदारों के साथ जरूरतों को आंक रहे हैं और पहुंच मिलने पर दक्षिण में जवाब दे रहे हैं।’